जनधन खातों का हुआ दुरुपयोग ,सहकारी बैंक जाँच के दायरे में
आयकर सेवा केंद्र अंबिकापुर

अंबिकापुर में छत्तीसगढ़ के मुख्य आयकर आयुक्त केसी घुमरिया ने कहा है कि विमुद्रीकरण के बाद छत्तीसगढ़ के जनधन खातों में भी व्यापक अनियमितताएं की गई है। यहां के सहकारी बैंक भी जांच के दायरे में हैं, सिर्फ रायपुर सहकारी बैंक में ही विमुद्रीकरण के बाद चार सौ करोड़ रुपए जमा कराए गए हैं। प्रदेश के दूसरे सहकारी बैंकों में भी बड़ी राशि जमा कराई गई होगी।

आयकर सेवा केंद्र अंबिकापुर के उद्धाटन के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्य आयकर आयुक्त ने स्वीकार किया कि प्रदेश के जनधन खातों में भी बड़ी धनराशि जमा कराई गई है। अपनी संपत्ति व नगद राशि छिपाने की मंशा से लोगों ने दूसरों के बैंक खातों में रकम जमा कराई है, लेकिन यह रकम कितनी है, यह बताने की स्थिति में वे नहीं हैं । उन्होंने कहा वे यह भी नहीं बता सकते कि जनधन खातों में छत्तीसगढ़ में जमा रकम देश के अन्य राज्यों की तुलना में कौन से नंबर पर है। उन्होंने बताया कि विमुद्रीकरण के बाद खातों पर नजर रखने का काम विभाग की विजिलेंस शाखा कर रही थी लेकिन अब संयुक्त रूप से काम चल रहा है।

सरकार द्वारा तैयार साफ्टवेयर के माध्यम से विस्तृत जांच की जा रही है। अघोषित आय व बेनामी संपत्ति के मामले में सर्वे व छापे की कार्रवाई भी चल रही है। अभी भी ऐसे लोगों के पास मौका है कि वे प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में सहभागी बनकर निश्चिंत हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि विभागीय तौर पर कार्रवाई का सिलसिला शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि आयकर विभाग की दृष्टि से सरगुजांचल उत्पादक क्षेत्र है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में सरगुजांचल के कर दाताओं की ओर से बेहतर रिस्पोंस मिलेगा और सरकार की मंशानुरूप राशि भी जमा होगी।