भोपाल में श्यामला हिल्स स्थित राज्य संग्रहालय में प्रदर्शित ऐतिहासिक दुर्लभ कलाकृतियों को देखने के लिए आम-जन के साथ-साथ नव-नियुक्त प्रशासनिक अधिकारियों का आकर्षण बढ़ा है। इसी क्रम में हालही में राज्य प्रशासनिक सेवा में नवनियुक्त 115 डिप्टी कलेक्टर एवं अन्य अधिकारी, राज्य संग्रहालय में प्रदेश की पुरातत्वीय धरोहर से रू-ब-रू हुए।
अधिकारियों ने राज्य संग्रहालय में स्थापित 17 कला वीथिकाओं में प्रदर्शित प्रागैतिहासिक एवं जीवाश्म, विभिन्न स्थानों से प्राप्त उत्खनित सामग्री, पाषाण एवं धातु प्रतिमाएँ, रियासतकालीन अभिलेख, नवाब कालीन कलाकृतियाँ, स्वाधीनता संग्राम के अभिलेख, पांडुलिपियाँ, लघुरंग चित्रों, मुद्राओं एवं अस्त्र-शस्त्र सामग्री को देखा।
इन अधिकारियों ने बेसनगर, मंदसौर, महेश्वर, एरण, पिपल्यालोरका, दंगवाड़ा आदि स्थानों से प्राप्त उत्खनन सामग्री में विशेष रूचि ली| विभिन्न शासनकाल में निर्मित शिव, उमा-महेश्वर, लकुलीश, विष्णु-सरस्वती, जैन तीर्थंकर की प्रतिमाओं में शिल्पी के हुनर को सराहा।
संग्रहालय में प्रदर्शित प्राचीन काल में प्रचलित मुद्राओं से विभिन्न राज्यवंशों के शासन काल की जानकारी प्राप्त होती हैं| वस्त्र वीथी में प्रदर्शित नवाब शाहजहाँ बेगम के कपड़े, कसीदाकारी से बना बेगम का चित्र तथा वृद्ध आदमी देखकर अभिभूत हुए| अधिकारियों ने रामायण, महाभारत, कृष्ण लीला के लघुचित्र, जो राजपूत, मुगल, मालवा, मराठा एवं कांगड़ा शैली के हैं, में भी रूचि दिखाई।