भुवनेश्वर में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने आज दावा किया कि राजनीतिक कारणों से महानदी जल विवाद ‘पैदा’ किया जा रहा है और अगर राजनीतिक विमर्श को हटा दें तो महज तीन मिनट में विवाद खत्म हो जाएगा।
बोलंगीर जिले के बुडरा में आम सभा में सिंह ने कहा, ‘महानदी को लेकर जल विवाद नहीं हो सकता है। राजनीतिक कारणों से इसे पैदा किया जा रहा है। अगर हम (रमन और ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक) एक मिनट के लिए बैठें तो तीन मिनट के अंदर समाधान निकल आएगा..मैं समझता हूं कि पंचायत चुनावों में महानदी जल विवाद को मुद्दा बनाना उचित नहीं है।’
ओड़िशा सरकार ने आरोप लगाया कि पड़ोसी राज्य ने महानदी पर एकतरफा परियोजनाओं का निर्माण कराया जिससे हीराकुंड जलाशय से पानी का बहाव धीमा हो गया। नदी पर परियोजनाएं रोकने के ओड़िशा सरकार के प्रस्ताव को सिंह द्वारा खारिज किए जाने के बाद राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ के खिलाफ केंद्र का दरवाजा खटखटाया है। सत्तारूढ़ बीजद ने इसे पंचायत चुनावों में मुद्दा बनाया है।
ओड़िशा में तीन स्तरीय पंचायत चुनाव लड़ रहे भाजपा उम्मीदवारों के लिए स्टार प्रचारक के रूप में पहुंचे सिंह ने स्पष्ट किया कि उनके दौरे का उद्देश्य महानदी विवाद को लेकर ओड़िया के लोगों के बीच भ्रम की स्थिति को दूर करना है। राज्य में उनके दौरे का सभी गैर भाजपा दलों ने विरोध किया।
उन्होंने कहा, ‘मैं यहां सच्चाई बताने आया हूं और भ्रम की स्थिति को दूर करने आया हूं। मैं यहां छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में नहीं आया हूं बल्कि सच्चे पड़ोसी के रूप में आया हूं। पड़ोसी के तौर पर मेरा कर्तव्य है कि लोगों को सच्चाई बताउं।’ सिंह ने कहा कि दोनों राज्यों के लाभ के लिए वह महानदी जल मुद्दा सुलझाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, ‘बहरहाल मामले का समाधान तथ्यों के आधार पर होना चाहिए न कि राजनीतिक आधार पर।’