दंतेवाड़ा में बसंत पंचमी पर दंतेश्वरी मंदिर में त्रिशूल स्तंभ स्थापना के साथ फागुन मंडई की शुरुआत हो गई है। शुक्रवार को मंडई के तरह दूसरी रस्म खिचड़ी खिलाई संपन्न् हुई। इसमें माईजी के गाय-बैलों की पूजा के बाद त्रिशूल स्तंभ के समक्ष चावल, दाल से तैयार व्यंजन पुजारियों ने खिलाया।
ये मवेशी चितालंका, कतियाररास के साथ ही मंदिर के गौशाला से बुलाए गए थे। गाय-बैलों को खिचड़ी खिलाने के बाद रस्मानुसार मंदिर प्रांगण में सेवादारों के बीच कुश्ती का आयोजन भी हुआ। इधर बसंत ऋतु आगमन के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में मेला-मंडई की तैयारी शुरु हो गई।
दक्षिण बस्तर का पहली मंडई गीदम ब्लाक के घोटपाल में होती है। 14 फरवरी होने वाले मंडई की तैयारी ग्रामीणों ने शुरु करते क्षेत्र के देवी-देवता और लोगों आमंत्रण भेज दिया गया है। साथ ही परंपरानुसार गांव के युवा ढोल-नगाड़े बजाकर लोगों को आकर्षित कर रहे हैं।
31 जनवरी से शुरु घोटपाल मेला में विभिन्न् रस्मों की अदायगी चल रही है। मुख्य कार्यक्रम 14 फरवरी को देव खेलनी के और मंडई के रुप में होगी। दूसरे दिन 15 फरवरी को आमंत्रित देवी-देवता विदा होंगे और 16 फरवरी को सिंगार उतारनी रस्म के साथ मेला का समापन होगा।