माहौल खराब हो रहा था, इसलिए कल्लूरी को हटाया
गृहमंत्री रामसेवक पैकरा

गृहमंत्री रामसेवक पैकरा का बयान 

छत्तीसगढ़ के नक्सल मोर्चे से हटने के बाद भी आईजी एसआरपी कल्लूरी सुर्खियों में हैं। गृहमंत्री रामसेवक पैकरा के ताजा बयान ने बस्तर में कल्लूरी के नक्सल विरोधी अभियान में नया विवाद खड़ा कर दिया है। रविवार को रायपुर में मीडिया से चर्चा में पैकरा ने कहा कि बस्तर का वातावरण खराब हो रहा था, मानवाधिकार उल्लंघन की बात सामने आ रही थी, बस्तर में मानवाधिकार की रक्षा हो, इसलिए सरकार ने आईजी को हटाने का फैसला किया है। कल्लूरी के बस्तर आईजी से हटाने के बाद पहली बार गृहमंत्री का इस तरह का बयान आया है। इससे पहले यह दावा किया जा रहा था कि बीमारी के कारण कल्लूरी से बस्तर आईजी का प्रभार लिया गया है।

गृहमंत्री ने कहा कि बस्तर आईजी रहे कल्लूरी ने स्वास्थ्यगत कारणों से छुट्टी मांगी थी, लेकिन बस्तर में उनके कार्यकाल के दौरान आईजी पर कई तरह के आरोप-प्रत्यारोप लगते रहे हैं, इसलिए भी उन्हें हटाया गया है। बस्तर का वातावरण को ठीक करने के लिए बदलाव करते हुए प्रभारी आईजी को भेजा गया है।

हालांकि गृहमंत्री ने कहा कि जरुरत पड़ी तो कल्लूरी को फिर बस्तर भेजा जा सकता है। एसआरपी कल्लूरी को 7 फरवरी को रायपुर पुलिस मुख्यालय अटैच किया गया था। बस्तर में डीयू प्रोफेसर नंदिनी सुन्दर पर हत्या का मामला दर्ज करने, मानवाधिकार कार्यकर्ता बेला भाटिया पर हमले के बाद सरकार की हुई किरकिरी को देखते हुए कल्लूरी को बस्तर से हटाया गया था। गृहमंत्री पैकरा के बयान के बाद यह माना जा रहा है कि सरकार ने बस्तर में मानवाधिकार हनन के आरोपों के लिए कल्लूरी को जिम्मेदार माना है।

कल्लूरी ने कहा- मेरे हर काम में सरकार-मुख्यमंत्री का था समर्थन

गृहमंत्री रामसेवक पैकरा के बयान के बाद आईजी एसआरपी कल्लूरी ने मीडिया से चर्चा में साफ किया कि उनके हर अभियान और हर काम में सरकार और मुख्यमंत्री का समर्थन था। कल्लूरी ने कहा कि हम जो भी काम करते हैं, उसके पीछे मुख्यमंत्री से लेकर हमारे वरिष्ठ अधिकारियों का सपोर्ट होता है।

उन्होंने कहा कि हम नक्सल क्षेत्र में जनजागरण अभियान के तहत ही काम कर रहे। बस्तर की जनता को इस मुहिम से जोड़कर पुलिस प्रशासन ने काम किया। अग्नि संस्था के बारे में उन्होंने कहा कि अग्नि चलाने वालों को माओवादियों ने जान से मारने की धमकी दी है। सलवा जुडूम के नेता भी मारे गए थे। अग्नि राष्ट्रभक्त और नक्सल विरोधी संस्था है, लेकिन अब मेरे हटते ही वो नक्सलियों के निशाने पर हैं।

भूपेश बघेल पर कल्लूरी ने कहा कि मेरी उनसे कभी बात नहीं हुई। वो विपक्ष में होने के कारण मेरा विरोध करते होंगे। चुनाव लड़ने पर कल्लूरी ने कहा कि मेरा अभी बस्तर पर फोकस है। मैंने सरगुजा में नक्सलवाद खत्म किया था, अब मेरा फोकस बस्तर है। वहां नक्सलवाद खत्म करना है, फिर देखेंगे परिस्थिति कैसी बनती है।