isi जासूसी मामले में जुड़े होने पर कोंग्रेस ने उठाया सवाल
मध्यप्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के.मिश्रा ने आईएसआई जासूसी में गिरफ्तार 11 लोगों में 10 के कनेक्शन भाजपा से पाये जाने के प्रमाणों के बाद सरकार और भाजपा पर एक और बड़ा हमला किया।उन्होंने शुक्रवार को निशातपुरा थानांतर्गत त्रिवेणी हाइट्स के पीछे, HIG डुप्लेक्स न.55,करोंद रोड,भोपाल में उजागर हुए \"हाई प्रोफाइल अंतरराज्यीय सेक्स रैकेट \" के बाद अनैतिक देह व्यापर निवारण अधिनियम के तहत 5 महिलाओं सहित 14 गिरफ्तार परुषों में क्र. पर दर्ज आरोपी विक्की ठाकुर पिता भगवतसिंह ठाकुर , निवासी-84 गैस राहत कॉलोनी को एमपी के राज्यमंत्री विश्वास सारंग का नजदीकी बताया है।
मिश्रा ने इन सब परिस्थितियों के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान और भाजपा के प्रदेशाध्याक्ष श्री नंदकुमारसिंह चौहान से पूछा है कि आख़िरकार उनकी सरकार व् पार्टी में यह क्या हो रहा है ?मुख्यमंत्री का परिवार नर्मदा से अवैध रेत उत्खनन,प्रदेशाध्यक्ष के पुत्र कटनी हवाला प्रकरण,दो मंत्री नोटबंदी के बाद अपने नियंत्रण वाली बैंकों में कालाधन जमा करने, एक राज्यमंत्री कटनी में हुए करीब 2200 करोड़ रु. के हवाला मामले में उछलकर सामने आएं गए हैं, तो पार्टी से जुड़े अन्य लोग आईएसआई जासूसी कांड में अब बचा था देह व्यापर तो उसमें भी विक्की ठाकुर ने शिरकत कर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के एकात्मवाद को चुनौती दे डाली है, इन स्थितियों को लेकर मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सरकार व पार्टी के वास्तविक चाल, चरित्र और चेहरे को स्पष्ट करें,क्या यही उनकी \" पार्टी विद-ए-डिफ़रेंस \"की परिभाषा है?
मिश्रा ने मुख्यमंत्री जी पर भी तंज कसा है कि क्या \"आओ बनाये अपना मध्यप्रदेश \" की यह वीभत्स तस्वीर उनकी -अपनी ही आकांक्षाओं की एक झलक है?
मिश्रा ने कहा राष्ट्रवाद,देशभक्ति और छद्म हिंदुत्व के पैरोकार जो \"भगवा आतंकवाद\" के नाम से भड़क जाते हैं,म.प्र.में एक बार फिर आईएसआई नेटवर्क के सामने आये वीभत्स चेहरों को लेकर खामोश क्यों हो गए हैं ?
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता के.के.मिश्रा ने गुरुवार को ग्वालियर, भोपाल जबलपुर व् सतना आईएसआई के 11 जासूसों, जिनमें ग्वालियर की एक भाजपा पार्षद के जेठ के सामने आये नामों पर, राजधानी भोपाल में मौजूद संघ प्रमुख मोहन भागवत, मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और प्रदेश भाजपाध्यक्ष नंदकुंमारसिंह चौहान से पूछा है कि राष्ट्रवाद,देशभक्ति और छद्म हिंदुत्व के पैरोकारों के मुखियाओं के रूप में \" भगवा आतंकवाद\" को लेकर सामने आ रहे ऐसे कई प्रामाणिक चेहरों और चरित्रों को लेकर अब उनका अभिमत क्या होगा ?
अपने इन गंभीर आरोपों को स्पष्ट करते हुए मिश्रा ने कहा कि देश में भगवा आतंकवाद को लेकर यह कोई पहला प्रकरण नहीं है, बाबरी मस्जिद शहीदी,गुजरात के दंगे,आस्ट्रेलिया के मिशनरी ग्राहम स्टेन्स की हत्या, मालेगांव,मक्की मस्जिद, अजमेर शरीफ दरगाह, समझोता एक्सप्रेस,पूर्णा, परभणी,जालना, नांदेड और इंदौर के महू में हुए विभिन्न बम विस्फोटों में संघ प्रचारकों के रूप में सामने आये नामों में कथित स्वामी असीमानंद,इन्द्रेश कुमार, प्रज्ञा ठाकुर, स्वामी दयानंद पाण्डेय, हर्षद भाई सोलंकी, कर्नल श्रीकांत पुरोहित, मेजर रमेश उपाध्याय, समीर कुलकर्णी, रामजी कलसांगरा,दिलीप पाटीदार, श्याम साहू, संदीप डांगे, देवेन्द्र गुप्ता,लोकेश शर्मा शिवम् धाकड़ और चंद्रशेखर लेवे आदि की सीधी सहभागिता संघ कबीले से ही थी। यही नहीं,\" भगवा ब्रिगेड\"का यह वास्तविक चरित्र सामने आ जाने के बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत को 10 जनवरी,2011 को यह सफाई भी देना पड़ी थी कि \"संघ में कुछ कट्टरवादी थे, हमने उन्हें हटा दिया था \"। (सलंग्न कटिंग)......मिश्रा ने कहा की आदरणीय भागवत जी कृपापूर्वक यह बताएं कि जब संघ के गठन के 91 सालों बाद भी आज तक इसका पंजीयन,संविधान तथा सदस्यता है ही नहीं, तो भागवत जी ने इन कट्टर वादियों को चिन्हित कैसे किया और हटाया भी किस सूची से ? शायद ऐसे ही पापों के कारण संघ का अपना पंजीयन,संविधान व् सदस्यता का रेकॉर्ड नहीं रखता है ?
मिश्रा ने यह भी कहा कि यह भंडाफोड़ भी उस दिन हुआ है ,जिसके एक दिन पूर्व ही भागवत बैतूल में हिन्दु सम्मेलन में हिंदुत्व की ज्ञान- गंगा प्रवाहित कर रहे थे ! लिहाजा, अब उन्हें उम्र के इस पड़ाव पर संघ कबीले के बहुप्रचारित राष्ट्रवाद,देशभक्ति से जुड़े\" भगवा आतंकवाद और भगवा आतंवादियों \" को लेकर अपना चाल ,चरित्र और वास्तविक चेहरा देश के सामने स्पष्ट कर देना चाहिए ।