वन संरक्षक सम्मेलन में वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार
वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने आज भोपाल में दो दिवसीय मुख्य वन संरक्षक सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए कहा कि वन्य-जीवों की सुरक्षा को अधिक प्रभावी बनाने और मानव-वन्य जीव द्वंद को कम करने के लिये संरक्षित क्षेत्रों के बीच बने कॉरीडोर को बेहतर करें। डॉ. शेजवार ने कहा कि इस वर्ष भी वन समितियों का सम्मेलन किया जायेगा।
डॉ. शेजवार ने कहा कि विभाग द्वारा सीएम हेल्पालाइन प्रकरणों के त्वरित निराकरण पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भी प्रसन्नता व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने दीनदयाल वनांचल सेवा में विभाग के प्रत्येक स्तर के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा वनवासियों के स्वास्थ्य और शिक्षा के लिये किये जा रहे कार्य की भी प्रशंसा की है। जन-कल्याण के कार्यों में भी अब वन विभाग को ग्रामीणों का सहयोग मिलने लगा है, जिससे विकास कार्यों को गति मिली है। अनुभूति कार्यक्रम में विद्यार्थियों में वन तथा वन्य-जीवों के संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के प्रयास सफल रहे हैं।
डॉ. शेजवार ने कहा कि पर्यटकों को आकर्षित करने 5 नये चिड़िया घर विकसित किये जायेंगे। नये क्षेत्रों में ईको पर्यटन की गतिविधियों का विस्तार कर पर्यटकों को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध करवाई जायेंगी।
वन विकास निगम के अध्यक्ष श्री गुरूप्रसाद शर्मा ने बताया कि इस वर्ष लीज रेंट के रूप में राज्य सरकार को 111 करोड़ रूपये उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। राज्य लघु वनोपज संघ अध्यक्ष श्री महेश कोरी ने बताया कि वर्ष 2017 में 22 लाख मानक बोरा तेन्दूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अपर मुख्य सचिव वन श्री दीपक खाण्डेकर ने बताया कि \'नमामि देवि नर्मदे\'-सेवा यात्रा में किये गये रोपण से जन-साधारण में वन-वृक्ष-पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि वन्य-जीवों से किसानों को होने वाली फसल हानि को रोकने के लिये मंदसौर में रोजड़ों को पकड़ने के सफल प्रयोग को व्यापक सराहना मिल रही है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ. अनिमेष शुक्ला ने बताया कि नर्मदा नदी के एक-एक किलोमीटर दूरी पर निजी क्षेत्र में पौध-रोपण की योजना तैयार की गई है।
वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने विभाग की त्रैमासिक पत्रिका \'मध्यप्रदेश वनांचल संदेश\' तथा \'अनुभूति\' कार्यक्रम पुस्तिका का विमोचन भी किया।
मुख्य सचिव द्वारा रोपणी प्रबंधन सूचना प्रणाली का शुभारंभ
सम्मेलन के द्वितीय सत्र में आज मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह ने कहा कि विभाग विकास गतिविधियों को क्रियान्वित कर ग्रामीणों की सहायता कर सकता है। मुख्य सचिव ने रोपणी प्रबंधन सूचना प्रणाली का शुभारंभ भी किया। पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ला ने आश्वस्त किया कि पुलिस विभाग वन अपराधों के नियंत्रण में वन विभाग को पूरा सहयोग करेगा।