अगर मध्य प्रदेश में कोई कैदी जेल ब्रेक करते हुए पाया गया तो ड्यूटी पर तैनात सिपाही से तत्काल गोली मारे, यह आदेश एडीजी जेल गाजीराम मीणा ने मुरैना जेल के निरीक्षण के दौरान कही। सोमवार को मुरैना जेल ब्रेक के बाद पूरा महकमा हरकत में आ गया है, जेल का निरीक्षण करने मंगलवार सुबह एडीजी यहां पहुंचे, उन्होंने पूरी जेल का मुआयना किया और उस दौरान ड्यूटी पर तैनात जेलकर्मियों से घटना के बारे में भी जाना।
मीडिया से बात करते हुए एडीजी ने कहा कि भोपाल जेल ब्रेक के सेंट्रल जेलों की सुरक्षा तो बढ़ाई गई थी, लेकिन जिला जेलों में ज्यादा सुरक्षा नहीं की गई थी। इस पूरी घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। इसमें ग्वालियर सेन्ट्रल जेल के अधीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह, उज्जैन जेल के अधीक्षक सुनील शर्मा और मुरैना एसडीएम प्रदीप तोमर इस टीम में शामिल रहेंगे।
एडीजी जेल ब्रेक के कारणों का पता किया जाएगा साथ इंटेलिजेंस के जरिए सूचनाएं एकत्रित की जाएंगी। वहीं इस घटनाक्रम के बाद जेल की छत के चारों ओर ऊंची बाउंड्रीवाल बनाने के निर्देश भी दे दिए हैं। साथ ही कुछ दिनों तक पुलिस का अतिरिक्त फोर्स भी जेल की सुरक्षा में तैनात रहेगा।
ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए जेलकर्मियों की ट्रेनिंग कराई जाएगी। साथ ही उनके पास वर्तमान में मौजूद 410 मस्कट रायफल को एसएलआर और 303 से बदला जाएगा। वहीं स्थानीय पुलिस ने जेल से भागे आरोपियों पर दस-दस हजार का इनाम घोषित कर दिया है और पुलिस पार्टियां संभावित ठिकानों दबिश दे रही हैं।