यूपी में तिसरे चरण के मतदान के बीच फतेहपुर में एक चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे पीएम मोदी ने एक बार फिर कांग्रेस और सपा गठबंधन के अलावा अखिलेश सरकार पर भी जमकर हमला बोला। पीएम ने कहा कि लोगों नें धर्म और जाति के नाम पर भेदभाव नहीं होना चाहिए, गांव में कब्रिस्तान बनता है तो श्मशान भी बनना चाहिए, रमजान में बिजली आती है तो दिवाली में भी आनी चाहिए।
पीएम ने कहा कि दो डूबते लोग साथ आ गए हैं। पहले एक पार्टी जो देश में अन्य राज्यों में सफल नहीं हुई वो यूपी में जीतने के लिए आई लेकिन जब देखा कि कुछ नहीं होने वाला नहीं है तो दूसरे के पास गई। दोनों ने सोचा तू भी डूब रहा है और मैं भी चलो हाथ पगड़ लें, साथ बच जाएंगे।
पीएम ने आगे कहा कि जब दोनों साथ निकले रथ पर तो तार लटक रहे थे, अखिलेश जी के नए साथी डरे हुए थे की कहीं करंट ना लग जाए लेकिन अखिलेश नहीं क्योंकि पता था सिर्फ तार है इनमें बिजली नहीं है। सपा ने कांग्रेस के साथ गठबंधन कर यह बता दिया कि वो राम मनोहर लोहिया जी के विचारों का सम्मान नहीं करती है।
अखिलेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रचार में पैसा खर्च कर लोगों की आंखों में धूल झोकेंगे और लोग कुछ देख नहीं पाएंगे। लेकिन यह जनता है जो सब जानती है। यूपी में विकास के वनवास को खत्म करना है।
सपा पहले कहती थी किसी से गठबंधन नहीं होगा, फिर दोनों मिल गए और कहने लगे बहुमत मिल जाएगा। लेकिन आज जब वोट डालकर निकले तो उनका चेहरा उतरा हुआ था। डरे हुए थे और उन्हें शब्द नहीं मिल रहे थे।
गायत्री प्रजापति के मामले को लेकर कहा कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट को कहना पड़ा। अखिलेश जी ने चुनाव अभियान प्रजापति के चुनाव प्रचार से शुरू किया था। जनता जानना चाहती है कि क्या कांग्रेस और सपा का गठबंधन गायत्री प्रजापति की तरह ही पवित्र है? राज्य में पुलिसिंग सिस्टम इतना क्यों अपूर्ण है? शिकायतें क्यों दर्ज नहीं होती? यह किस तरह का वर्क कल्चर है।
सपा राज्य में कानून व्यवस्था बेहतर करने में कम दिलचस्पी दिखाती है। लोगों से अपीर करता हीं कि एसी सरकार चुने जो उन्हें सुरक्षा दे सके। जिस राज्य में थाने का यह हाल है, रेपिस्टों को आजादी और न्याय पाने के लिए मां-बेटी को सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ रहा है, ये कौन सा काम किया है अखिलेश जी।
इससे पहले अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए पीएम ने कहा कि आज छत्रपति शिवाजी की जयंती है और हम उनको नमन करते हैं। सरदार पटेल को याद करते हुए कहा कि लोग चाहते थे पटेल इस देश के पीएम बनते तो अच्छा होता। उनके प्रति श्रद्धा का भाव है। हम उनके सपनों को पूरा करेंगे।