इंदौर तथा उज्जैन संभाग के 15 जिलों के लिये आज इंदौर में पासपोर्ट सेवा लघु केन्द्र के रूप में बड़ी सौगात मिली। लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ने केन्द्र का उदघाटन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने की। विदेश राज्य मंत्री डॉ. व्ही.के. सिंह विशेष अतिथि थे। उदघाटन के साथ ही केन्द्र ने अपना काम शुरू कर दिया है। केन्द्र का लाभ 15 जिलों के पासपोर्ट आवेदकों को मिलेगा। शुरू में प्रतिदिन 100 एप्वाइंटमेंट जारी किये जायेंगे। इसके बाद माँग अनुसार इसे लगातार बढ़ाया जायेगा। केन्द्र को 600 से 700 आवेदन प्रोसेसिंग क्षमता का बनाया गया है। यह लघु केन्द्र पासपोर्ट सेवा केन्द्र की तरह ही कार्य करेगा। आवेदन की जाँच के साथ ही स्वीकृति की प्रक्रिया भी एक कार्य दिवस में पूरी हो जायेगी।
लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ने कहा कि केन्द्र की स्थापना सतत प्रयासों का सुपरिणाम है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की स्थापना में विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज का अहम योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि इंदौर एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने के लिये भी पहल की जा रही है। नागरिकों की लंबे समय की माँग केन्द्र के शुरू होने से आज पूरी हो गयी है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्र की स्थापना के लिये लोकसभा अध्यक्ष सहित केन्द्र शासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि केन्द्र के प्रयासों से मध्यप्रदेश को नित नई सुविधाएँ मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 1978 में जब श्री अटलबिहारी बाजपेयी विदेश मंत्री थे, उनके प्रयासों से भोपाल में पासपोर्ट सेवा केन्द्र की स्थापना की गयी। लंबे अंतराल के बाद इंदौर में लघु पासपोर्ट सेवा केन्द्र केन्द्र शासन के प्रयासों से खुला है। मुख्यमंत्री ने बताया कि केन्द्र शासन ने निर्णय लिया है कि मध्यप्रदेश के जबलपुर, ग्वालियर, सतना तथा विदिशा में भी पासपोर्ट सेवा केन्द्र खोले जायेंगे। हमारा प्रयास रहेगा कि इस तरह के केन्द्र प्रदेश के अन्य शहरों में भी खोले जायें। इन केन्द्रों की स्थापना के लिये राज्य शासन द्वारा हर संभव मदद दी जायेगी। उन्होंने कहा कि पासपोर्ट सेवा केन्द्रों का विस्तार समय की माँग है।
केन्द्रीय विदेश राज्य मंत्री डॉ. व्ही.के. सिंह ने कहा कि पासपोर्ट सेवा अब आम नागरिकों के लिये बड़ी जरूरत बनती जा रही है। प्रयास है कि इन जरूरतों को पूरा करने के लिये पासपोर्ट सेवा केन्द्रों का विस्तार किया जाये। बड़ी संख्या में नये पासपोर्ट सेवा केन्द्र खोले जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में जबलपुर, ग्वालियर, विदिशा और सतना में पासपोर्ट सेवा केन्द्र खोले जायेंगे। जिलों के मुख्य डाक घरों में भी पासपोर्ट सेवाएँ शुरू करने का प्रयास है। पासपोर्ट सेवा के कार्यों में पारदर्शिता लाकर सेवा को जन-हितैषी बनाया गया है। पासपोर्ट बनवाने का कार्य पूरी तरह ऑनलाइन किया जा रहा है। इसमें लगने वाले समय को बेहद कम कर दिया गया है।
विदेश सचिव श्री ज्ञानेश्वर मूले ने बताया कि वर्तमान में पूरे देश में मात्र 6 से 7 करोड़ लोगों के पास ही पासपोर्ट हैं। प्रतिवर्ष एक करोड़ से सवा करोड़ पासपोर्ट बनाये जा रहे हैं। सप्ताहांत के शनिवार और रविवार को भी पासपोर्ट बनाने का कार्य किया जा रहा है।
श्रीमती सुमित्रा महाजन और अन्य अतिथियों ने शहीद स्वर्गीय श्री ज्ञानेश्वर नागर की धर्मपत्नी और परिजनों को इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित भवन के सांकेतिक कब्जे के रूप में प्रतीक चाबी दी गयी।
अतिथियों ने फीता काटकर केन्द्र का उदघाटन किया। भवन का अवलोकन किया और नागरिकों के लिये उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली। इस मौके पर महापौर श्रीमती मालिनी गौड़, जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री कविता पाटीदार, इंदौर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष श्री शंकर लालवानी, विधायक सर्वश्री सुदर्शन गुप्ता, महेन्द्र हार्डिया, मनोज पटेल विशेष रूप से उपस्थित थे।