बीएमसी चुनाव में खंडित जनादेश आने के एक दिन बाद वरिष्ठ भाजपा नेता नितिन गडकरी ने आज कहा कि मुंबई नगर निगम पर नियंत्रण के लिए बीजेपी और शिवसेना के पास हाथ मिलाने के अलावा और ‘कोई विकल्प’ नहीं है।
गडकरी ने कहा, ‘अब स्थिति ऐसी है कि दोनों पार्टियों के लिए साथ आने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।’ उन्होंने बताया, ‘इस बारे में अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे लेंगे। दोनों परिपक्व हैं और मैं आश्वस्त हूं कि वे सही निर्णय लेंगे।’गडकरी ने एक मराठी टीवी चैनल से कहा, ‘मुझे लगता है कि दोनों पार्टियों के नेता सूझबूझ और परिपक्वता का परिचय देक निर्णय लेंगे।’ उन्होंने शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को निशाना बनाने की आलोचना की।
उन्होंने कहा, ‘अगर हमारे (भाजपा) साथ दोस्ती रहेगी तब सामना में लिखी जा रही बातें नहीं लिखी जानी चाहिए। ऐसे में कैसे दोस्ती हो सकती है जब सामना रोजाना प्रधानमंत्री और हमारी पार्टी अध्यक्ष के बारे में अपमानजनक बातें गडकरी ने बताया, ‘मुझे लगता है कि भाजपा और शिवसेना के बीच इतनी कड़वाहट नहीं आई है कि इन चीजों से बचा नहीं जा सकता।’उन्होंने कहा कि शिवसेना को ध्यान रखना चाहिए कि दोनों पार्टियों के बीच सामना के कारण संबंध खराब नहीं होने चाहिए।
महाराष्ट्र नगर निकाय के चुनाव में भाजपा की जबर्दस्त जीत के एक दिन बाद गडकरी का यह बयान सामने आया है। भाजपा 10 में से आठ नगर निगमों में चुनाव जीत कर सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है और बीएमसी चुनाव में शिवसेना के बाद दूसरे स्थान पर काबिज रही है।