नियम कायदों की मनमानी समीक्षा और बेतुके आदेश जारी करने के मामले में विवादित रही महिला आईएएसएवं शिवपुरी की प्रभारी कलेक्टर नेहा मारव्या की ताजा हरकत से सभी नाराज हैं। सरकार में शामिल मंत्री, विपक्ष में कांग्रेस और मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह तक उनकी इस हरकत से नाराज हैं। माना जा रहा है कि नेहा के खिलाफ कार्रवाई तय है और यह जल्द अमल में लाई जाएगी।
मामला कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के लोकार्पण कार्यक्रम की एन मौके पर अनुमति निरस्त करने का है। हालांकि इसमें प्रभारी कलेक्टर नेहा मारव्या की ही किरकिरी हुई। उन्होंने अनुमति रद्द की, फिर भी कार्यक्रम हुआ और धूमधाम से हुआ। इतना ही नहीं तमाम प्रशासनिक अफसर भी पहुंचे और सबकुछ विधिवत ही हुआ। नेहा मारव्या एक चिट्ठी जारी करने से ज्यादा कुछ नहीं कर पाईं परंतु यह मामला प्रोटोकॉल का है। जिसका पालन नेहा मारव्या ने नहीं किया और इसी बात पर आपत्ति दर्ज कराई गई है।
खेलमंत्री एवं शिवपुरी विधायक के कार्यालय की ओर से समय रहते प्रभारी कलेक्टर को सूचना दे दी गई थी परंतु उन्होंने एन मौके पर चुप्पी साधे रखी। लास्ट मिनट पर 23 फरवरी को जब कार्यक्रम आयोजित होना था। मंत्री शिवपुरी आ चुकीं थीं। प्रभारी कलेक्टर ने एक पत्र जारी करके अनुमति रद्द कर दी।
सामान्यत: ऐसे मामलों में यदि कोई परेशानी होती भी है तो कलेक्टर सीधे संबंधित मंत्री से फोन पर बात करके स्थिति अवगत कराते हैं परंतु आईएएस नेहा मारव्या ने केवल एक पत्र जारी किया। समझा जा रहा है कि यह हरकत मंत्री को परेशान करने के लिए साजिशन जारी किया गया। अब यशोधरा राजे सिंधिया नाराज हैं। सर्वविदित ही है कि यशोधरा राजे सिंधिया ऐसे मामलों में कभी किसी को माफ नहीं करतीं। इधर नेहा मारव्या के पुराने मामलों से अनुमान लगाया जा सकता है कि वो भी मामला संभालने के लिए कोई कदम नहीं उठाएंगी।
एक आईएएस अफसर की पहली विशेषता ही यह होती है कि वो हर हाल में विषम परिस्थितियों को भी अनुकूल कर ले, परंतु यह खूबी नेहा मारव्या के अब तक के कार्यकाल में कभी दिखाई नहीं दी। वो ना केवल विवाद पैदा कर देतीं हैं बल्कि उसमें घी भी डालतीं हैं।