ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट इंदौर में
शामिल होंगे 500 से अधिक निवेशकमध्यप्रदेश के आगामी तीन दिवसीय ग्लोबल इनवेस्टर्स मीट में देश-विदेश के 500 से अधिक निवेशक आयेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस महत्वपूर्ण प्रसंग की सभी तैयारियाँ सूक्ष्मता तथा सम्पूर्णता के साथ करने के निर्देश दिये हैं। ग्लोबल इनवेस्टर्स मीट 28 अक्टूबर से इंदौर में हो रही है।मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने ग्लोबल इनवेस्टर्स मीट की बिन्दुवार समीक्षा की। बैठक में उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मुख्य सचिव आर.परशुराम, अपर मुख्य सचिव उद्योग प्रसन्न कुमार दाश भी मौजूद थे।बैठक में बताया गया कि देश के अनेक बड़े समूहों ने इस मीट में आने की स्वीकृति दी है। इस तीन दिवसीय आयोजन के दौरान प्रमुख रूप से 10 सेक्टर में बड़े निवेश होंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिये कि निवेशक बड़े हों अथवा छोटे, प्रदेश में सभी का समभाव से सम्मान किया जाय तथा नीति निर्धारित कर सुविधाएँ दी जायं।बैठक में तय किया गया कि ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट की तिथियों का पूरा सप्ताह मध्यप्रदेश में निवेश, नये उद्योगों की स्थापना तथा औद्योगिक विकास को समर्पित रहेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान स्वयं भी प्रदेश के विभिन्न चिन्हित औद्योगिक केन्द्रों में जायेंगे।बताया गया कि ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट के पहले दिन 28 अक्टूबर को मध्यप्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य तथा विशिष्टताओं की झलक दिखाने वाली विश्व स्तरीय प्रदर्शनी कार्यक्रम स्थल लालगंगा मैदान में लगायी जायेगी। उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा, निवेशकों से एम.ओ.यू. इन तीन दिवसीय आयोजन के दौरान होंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित आयोजन को भव्यता, रोचकता तथा उपयोगी बनाने के लिये अन्य आवश्यक कदम उठाये जायेंगे।उद्योगपतियों से भेंटइससे पहले सोमवार को अपने नियमित निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री चौहान ने उद्योगपतियों से सीधी चर्चा का क्रम आज भी जारी रखा। आज यहाँ नर्मदा ट्रामा सेंटर भोपाल के डॉ. राजेश शर्मा ने स्वास्थ्य का एक ऐसा ड्रीम प्रोजेक्ट स्थापित करने की मंशा जाहिर की जिसमें मध्यप्रदेश के किसी भी मरीज को इलाज के लिये कहीं अन्यत्र नहीं जाना पड़े। यह परियोजना हेल्थ हब के रूप में होगी। इसमें स्टेम सेल थेरेपी जैसी अत्याधुनिक तथा चिकित्सा की क्रांतिकारी पद्धति का समावेश होगा।मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रस्ताव निश्चित ही प्रभावशाली है। उन्होंने नर्मदा हेल्थ ग्रुप के डॉ. शर्मा को प्रदेश शासन की अपेक्षा के विस्तृत ब्यौरे के साथ परियोजना की पूरी रूप रेखा प्रस्तुत करने का आग्रह किया। श्री चौहान ने कहा कि उनकी भी यही इच्छा है कि हर आम आदमी को मध्यप्रदेश में ही सम्पूर्ण इलाज की सुविधा मिले।