हम हार्डवर्क की बात करते हैं तो वो हार्वर्ड की
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महराजगंज की रैली में मोदी के निशाने पर राहुल 

 

यूपी चुनाव के दो चरण बचे हैं और इसस पहले महाराजगंज में एक चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंते पीएम मोदी ने राहुल गांधी के नारियल के जूस वाले बयान के साथ ही अखिलेश यादव और मायावती पर भी जमकर निशाना साधा।

नोटबंदी को लेकर हमलों का जवाब देते हुए कहा कि देश ने देख लिया हार्वर्ड वालों की सोच क्या होती है और हार्डवर्क वालों की सोच क्या होती है। एक तरफ वो हैं जो हार्वर्ड की बात करते हैं और एक तरफ यह गरीब का बेटा है जो हार्डवर्क से देश की ईकोनॉमी बदलने में लगा है।

मोदी ने कहा कि हमारे विपक्ष के लोग किस तरह झूठ का सहारा लेते हैं। वे पहले कहते थे कि देश का विकास चौपट हो गया है। जीडीपी खराब हो गया है। जब 8 नवंबर को टीवी पर आकर मैने यह कहा कि मेरे देश वासियों तो पूरा देश जाग गया। 500-1000 का नोट चला गया। तब उन्‍होंने कहा कि मोदी जी देश तेज गति से आगे बढ रहा था, तेज छलांग लगा रहा था, लेकिन अापने नोटबंदी करके पैर क्‍यों काट लिए। उनकी भाषा बदल गई। चित्‍त भी मेरी पट्ट भी मेरी। कहते थे कि किसान बर्बाद हो गया, बेकारी अा गई। कोई हार्वर्ड से पढ़कर आया था तो कोई अर्थशास्‍त्री था। कहते थे कि जीडीपी दो से तीन फीसद गिर जाए , लेकिन देश ने देख  लिया कि हावर्ड एवं हार्डवर्क का क्‍या फर्क पडता है/ देश के किसानों, इमानदारों ने दिखा दिया है कि हार्डवर्क में अधिक दम होता है। दुनिया देख रहा है कि भारत दुनिया मे तेज बढने वाली इकोनामी है। कल नए आंकडे आए, जिसमें स्‍पष्‍ट हो गया है कि नोटबंदी के बाद भी देश की विकास यात्रा पर कोई आंच नहीं आई है।

मोदी ने कहा कि मैं किसानों, नौजवानों, गरीबों को सिर झुकाकर नमन करना चाहता हूं जिन्‍होंने देश को पीछे नहीं जाने दिया। कल जो आंकडे आए हैं उसे लेकर उन्‍हें (विपक्ष) को परेशानी है। सत्‍य बाहर आ गया तो वे अब कह रहे हैं कि आंकडे कहां से आए, क्‍या पता कि ये आंकडे सच हैं या झूठ हैं। सारी सरकारों में आंकडे़ जहां से आते हैं हमारी सरकार में भी वहीं से आए हैं। ये आंकडे मेहनकश की इमानदारी से अाए हैं। ये गर्व करने वाले आंकडे़ हैं।

मोदी ने राहुल का नाम लिए बिना कहा कि कांग्रेस में एक ऐसा नेता हैं जो बडे़ कमाल के हैं। मैं तो भगवान से प्रार्थना करता हूं कि ईश्‍वर उन्‍हें लंबी उम्र दे।

वे कल मणिपुर गए थे। वहां किसानों के लिए बड़ी घोषणा की, कहा कि वे मणिपुर से अब नारियल का जूस निकालेंगे और उसे इंग्‍लैंड में बेचेंगे। गरीबी से गरीब बच्‍चों तक को मालूम हैं कि नारियल का पानी होता है, लेकिन वे बताते हैं नारे के जूस निकालेंगे। वे उत्‍तर प्रदेश में कहते हैं कि यहां आलू की फैक्‍ट्री लगाएंगे। आप बताओ कि आलू फैक्‍ट्री में बनता है क्‍या। उन्‍हें कौन बचाएगा।

अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी ने कहा कि उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री अखिलेश 6 माह से कह रहे हैं कि काम बोल रहा है। आप बताएं कि काम बोल रहा है कि कारनामें बोल रहे हैं। अखिलेश को बुरा लग जाता है कि मोदी ऐसा क्‍यों बोल रहे हैं। मैं कहता हूं आप मोदी की बात मत मानों, लेकिन जनता की बात तो मानों। जो अखिलेश ने कहा है कि वह तो उन्‍हें मानना चाहिए कि नहीं। उत्‍तर प्रदेश सरकार की वेबसाइट यूपी डाटजीओवी डाट इन को देख लें। अखिलेश जी कह रहे हैं काम बोल रहा है लेकिन उनकी वेबसाइट कह रही है कारनामें बोल रहे हैं। वेबसाइट में बताया गया है कि उत्‍तर प्रदेश में जिंदगी बहुत छोटी होती है और कब मर जाएं भरोसा नहीं। यह मैं नहीं कह रहा हूं और न ही यमराज की ओर से कोई चिट्ठी आई है। यह तो उन्‍हीं की वेबााइट कह रही है।

पीएम ने आगे कहा कि पांचों चरण का हिसाब लोगों ने लगा लिया है। अब बचने की कोशिश उनके लिए बेकार है। उत्‍तर प्रदेश कह जनता 15 साल का गुस्‍सा निकाल रही है। जिन्‍होंने 15 साल तक जुल्‍म किया है, लोगों को लूटा है, उन सबको चुन चुनकर लोग साफ कर रहे हैं। मैं देश भर में स्‍वच्‍छता अभियान चला रहा हूं। उत्‍तर प्रदेश में के पांच चरणों में लोगों ने भी गंदगी हटाने का प्रण ले लिया है। इंद्रधनुष में सात रंग होते हैं। यहां भी चुनाव में सात चरण है। जिस तरह हर रंग एक नई उर्जा का द्योतक है वैसे ही चुनाव प्रत्‍येक चरण भी अच्‍छा संदेश लेकर आया है।

मोदी ने कहा कि सवाल यह है कि आप देश के लिए उत्‍तर प्रदेश के गरीबों की भलाई के लिए क्‍या करना चाहते हैं। आजादी के बाद सबसे अधिक एक परिवार ने राज किया है। उत्‍तर प्रदेश में कभी बुआ तो कभी भतीजा ने सरकार चलाई। क्‍या किया। यहां 30 लाख परिवार ऐसे हैं जिनके पास घर नहीं है। भारत सरकार ने संकल्‍प लिया है योजना बनाई है कि 2022 के बाद ऐसे लोगों को अपना घर मिल सके। 2022 में देश की आजादी के 75 साल होंगे। भगत सिहं सुखदेव सहित कई सेनानियों जिन्‍होंने अपनी जिंदगी लगा दी। महात्‍मा गांधी सहित लाखों लोग जिन्‍होंने जेलों में जिंदगी गुजारी, उनके त्‍याग के बाद आजादी मिली लेकिन अब भी लोगों को घर नहीं मिल पाया। हमारा संकल्प है कि उन लोगों को घरी मिले जो अब तक बेघर हैं।