नर्मदा तट के हर गांव के घर में होंगे शौचालय
shivraj शौचालय

नर्मदा-स्तुति और संरक्षण की महायात्रा पहुँची महेश्वर

मुख्यमंत्री  शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा तटों पर स्थित गाँव के प्रत्येक घर में शौचालय बनना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि नर्मदा को प्रदूषण एवं गंदगी से बचाने के लिए तटों के सभी गाँवों में शौचालय निर्माण की ओर विशेष ध्यान दिया जाए। श्री चौहान खरगोन के महेश्वर में अहिल्या घाट पर \'नमामि देवि नर्मदे\'\'-सेवा यात्रा के पहुँचने के बाद जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे। इसके पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान महेश्वर के जय स्तंभ चौराहे से नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल हुए।

श्री चौहान ने पुण्य सलिला नर्मदा को मध्यप्रदेश की जीवन रेखा बताया तथा कहा कि नर्मदा हमे जल देकर विकास का मार्ग प्रशस्त करती है। नर्मदा के जल के कारण ही मध्यप्रदेश की कृषि की विकास की दर लगातार 4 साल से 20 प्रतिशत से उपर है। मध्यप्रदेश कृषि और बिजली उत्पादन के मामले में आत्म-निर्भर है। उन्होंने कहा कि नर्मदा मोक्षदायिनी है। हमने नर्मदा से जल तो लिया लेकिन उसे दिया कुछ नही। नर्मदा नदी में जल बना रहे इसके लिए वृक्षारोपण जरूरी है। श्री चौहान ने भक्तों को संकल्प दिलवाया कि नर्मदा के दोनों तट पर वृक्षारोपण कर उसकी देखभाल करे, किसान जो फलदार पौधे लगायेंगे उसमें फल आने तक 3 साल की अवधि के लिए मध्यप्रदेश सरकार 20 हजार रूपए प्रति हेक्टेयर देगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा नदी के किनारों के घरों के सीवेज के पानी के ट्रीटमेंट के लिए ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जायेंगे। नर्मदा को प्रदूषित करने वाली सामग्री नर्मदा में विसर्जित नहीं होने दी जायेगी। प्रत्येक तट पर विसर्जन कुंड बनेंगे। श्री चौहान ने कहा कि अंतिम संस्कार के लिए तटों पर मुक्ति-धाम भी बनाए जायेंगे। तटों पर ही महिलाओं के लिए चेजिंग-रूम की व्यवस्था की जाएगी। आगामी 1 अप्रैल से नर्मदा के दोनों तट पर 5-5 किलोमीटर की शराब की दुकाने बंद होगी। मध्यप्रदेश को धीरे-धीरे नशामुक्त बनाया जाएगा। उन्होंने ग्रामीणों से अपने गाँव को नशामुक्त बनाने का संकल्प लेने का आव्हान किया। बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओ की बात करते हुए श्री चौहान ने कहा कि सरकारी नौकरी में महिलाओं को प्राथमिकता देने के साथ ही शिक्षक की भर्ती में 50 प्रतिशत और पुलिस में 33 प्रतिशत भर्ती महिलाओं की होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ऐसा कानून भी बनाने की बात कही जिसमें बेटी से दुराचार करने वाले अपराधी को फांसी की सजा मिले। श्री चौहान ने कहा कि 12वीं की परीक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों की उच्च पढ़ाई की फीस राज्य सरकार देगी। मुख्यमंत्री ने उपस्थित नागरिकों को नर्मदा नदी के संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने का संकल्प दिलवाया। जन-संवाद को श्री सुभाष पटेल, श्री मुकेश तिवारी, संत भय्यू जी महाराज ने भी संबोधित किया।

इसके पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नर्मदा कलश, ध्वज एवं कन्याओं का पूजन किया। साथ ही उन्होंने महेश्वर एवं बड़वाह के 60 गाँव को फ्लोराईड मुक्त जल उपलब्ध करवाने के लिए 69.99 करोड़ की लागत के ट्रीटमेंट प्लांट का लोकार्पण भी किया। उन्होंने तट पर माँ नर्मदा की आरती की। महेश्वर घाट पर हुए निमाड़ उत्सव में जन-जातीय एवं लोक नृत्य, सर्व महेश्वर नृत्य नाटिका की प्रस्तुति तथा सुश्री अलका याज्ञनिक के भजन एवं गीत हुए।

जन-संवाद में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं सहकारिता मंत्री श्री थावरचंद गेहलोत, स्कूल शिक्षा मंत्री कुं. विजय शाह, महिला-बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती ललिता यादव, सांसदद्वय श्री सुभाष पटेल एवं श्रीमती सावित्री ठाकुर, विधायक सर्वश्री राजकुमार मेव, बालकृष्ण पाटीदार, हितेंद्रसिंह सोलंकी, पूर्व विधायक श्री भूपेंद्र आर्य, आध्यात्मिक संत श्री भय्यू जी महाराज, साध्वी प्रज्ञा भारती, संतगण सर्वश्री शैलेंद्र गिरी, मौनी बाबा, ओमानंद, ईश्वरदास, ज्ञानानंद, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह, फिल्म कलाकार श्री मुकेश तिवारी एवं रघुवीर यादव, श्री पासा पटेल उपस्थित थे।