छोटे उद्यमियों, समुदायों, कंटेट और सर्विस प्रोवाइडर्स की मदद से टेलिकॉम रेग्युलेटर ट्राई की योजना कम दाम में तेज वाई-फाई सेवा मुहैया कराने की है। ट्राई का मानना है कि टेलिकॉम नेटवर्क्स के अलावा भी देश में अन्य तरीकों से वाई-फाई के जरिए इंटरनेट उपलब्ध कराया जा सकता है।
टेलिकॉम मार्केट के 10 पैसे प्रति एमबी की दर के मुकाबले 2 पैसे प्रति एमबी की दर पर ट्राई लोगों को वाई-फाई उपलब्ध कराना चाहता है। रेगुलेटर का मानना है कि इसके जरिए टेलिकॉम कंपनियों पर बढ़ता लोड कम किया जा सकता है, जिसका असर कॉल क्वलिटी और इंटरनेट स्पीड पर पड़ता है।
यानी इस प्रस्ताव के पास हो जाने पर लोगों को 20.48 रुपए में 1 जीबी डेटा का लाभ मिल सकेगा। एक सूत्र ने बताया कि ट्राई के वाई-फाई को बंधनमुक्त करने से जुड़ी सिफारिशें दूरसंचार मंत्रालय को जल्द ही भेज दी जाएंगी। इससे लाइसेंस और अन्य कानूनों में बदलाव किया जा सकेगा।
बताया जा रहा कि इस योजना के पीछे ट्राई का मकसद है कि देश में उन जगहों के लोगों तक भी इंटरनेट की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा सके, जहां टेलिकॉम कंपनियां इंटरनेट नहीं पहुंचा पा रही हैं। वाई-फाई की पहुंच बढ़ाने के लिए ट्राई ने पिछले साल जुलाई में एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया था।