मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सतीश धवन स्पेस सेंटर श्रीहरिकोटा के निदेशक वैज्ञानिक पी. कुन्हीकृष्णन को दूसरे विज्ञान प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया। पुरस्कार म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद और विज्ञान भारती द्वारा वर्ष 2016 से दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वैज्ञानिक श्री कुन्हीकृष्णन का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में मिली उपलब्धि से पूरा देश गौरवान्वित हुआ है। गहराई से देखा जाये तो विज्ञान और आध्यात्म एक ही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सिंहस्थ से पूर्व वैचारिक महाकुंभ का आयोजन करवाया गया था। इसमें विज्ञान और आध्यात्म विषय पर भी चिंतन हुआ था। उन्होंने भारत की सांस्कृतिक एकता में आदि शंकराचार्य के योगदान का उल्लेख करते हुए बताया कि प्रदेश के ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य के जीवन और दर्शन पर वेदांत संस्थान की स्थापना की जा रही है। नदी संरक्षण के दुनिया के सबसे बड़े जन-आंदोलन नर्मदा सेवा यात्रा की भी जानकारी दी।
वैज्ञानिक श्री कुन्हीकृष्णन ने मुख्यमंत्री की सरलता-सहजता की सराहना की। उनको चन्द्रायन 2018 की लांचिंग के अवसर पर उपस्थित होने के लिये आमंत्रित किया। उल्लेखनीय है कि श्री कुन्ही कृष्णन इसरो द्वारा 104 उपग्रह प्रक्षेपित कर विश्व कीर्तिमान बनाने वाले मिशन के डायरेक्टर हैं।
इस अवसर पर म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक श्री सी.के. पाटिल और विज्ञान भारती के राष्ट्रीय महासचिव श्री जयकुमार सहित अन्य उपस्थित थे।