सैफुल्ला एनकाउंटर में मारा गया
सैफुल्ला एनकाउंटर में मारा गया

 

यूपी एटीएस ने लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में 12 घंटे की मुठभेड़ के बाद रात करीब तीन बजे आतंकी सैफुल्ला को मार गिराया। बताया जा रहा है कि वह आईएस के खुरासान मॉड्यूल से जुड़ा हुआ था।

शुरुआती जानकारी में यह कहा जा रहा था कि वह यूपी के मॉड्यूल का सरगना है। मगर, अब सामने आ रहा है कि वह तो महज मोहरा था। असली सरगना जीएम खान है, जो एयरफोर्स में भी काम कर चुका है। फिलहाल वह फरार है और उसकी धर-पकड़ के लिए कोशिश की जा रही है।

यूपी एटीएस ने कॉल इंटरसेप्ट करने के बाद सैफुल्ला को उसके किराये के घर में ही घेर लिया था, जबकि कानपुर, इटावा से कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा मध्य प्रदेश के पिपरिया में चलती बस से कानपुर निवासी दानिश अख्तर उर्फ जफर, आतिश और अलीगढ़ निवासी सैयद मीर हुसैन को पकड़ा गया।

इनके पास ट्रेन के टिकट और ब्लास्ट के वीडियो मिले हैं। यूपी के डीजीपी जावीद अहमद ने बताया कि दानिश मॉड्यूल का सरगना है। 14 से 15 लोगाें का मॉड्यूल है।

यूपी एटीएस के आईजी असीम अरुण ने बताया कि आतंकियों के कमरे से आठ पिस्टल, 650 राउंड गोली, पासपोर्ट, गोल्ड, दो हजार के नए नोट सहित नकदी, बम, बम बनाने का सामान, आईएस का काला झंड़ा, सिम आदि मिला है।

एटीएस के अधिकारी बता रहे हैं कि इतनी बड़ी तादात में मिला असलाहा संकेत दे रहा है कि वे बड़े हमले की तैयारी में थे। इस मॉड्यूल से जुड़े कुछ सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि कई संदिग्धों को अभी गिरफ्तार किया जाना बाकी है। इसके बाद ही उनकी प्लानिंग का पता चल सकेगा।

उधर, एनआईए की टीम मंगलवार को हुए ट्रेन विस्फोट की जांच करने और पकड़े गए आतंकियों से पूछताछ के लिए भोपाल आ चुकी है। गौरतलब है कि मंगलवार को मप्र की भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में हुए धमाके के बाद खुफिया इनपुट पर कार्रवाई करते हुए यूपी एटीएस सैफुल्ला नाम के इस आतंकी तक पहुंच गई थी। बताया जा रहा है कि ट्रेन में किए गए पाइप बम के धमाके में भी यह शामिल था।