बीजेपी की महाविजय
बीजेपी की महाविजय

 पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे आ रहे हैं और इन नतीजों के साथ ही भाजपा ने यूपी में इतिहास रच दिया है। 300 से ज्यादा सीटों पर बढ़त के साथ भाजपा ने रिकॉर्ड कायम किया है। इसे देखते ही भाजपा में जहां जश्न का माहौल है वहीं कांग्रेस और सपा में एक-दूसरे पर आरोप लगाने का दौर शुरू हो गया है। किसी ने इस जीत को महाविजय बताया है तो वहीं किसी ने इसे क्रांति ने करार दिया है।

जीत को देखते हुए केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि यह विजय नहीं महाविजय है। भाजपा ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में सफलता की नयी बुलंदियां छूकर देश की राजनीतिक तस्वीर बदल दी है। भाजपा की जीत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की जनता में विश्वसनीयता, उनके कुशल नेतृत्व तथा सुशासन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता की विजय है। विजय का श्रेय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की संगठन क्षमता एवं भाजपा कार्यकर्ताओं को भी जाता है जिन्होंने इन चुनावों में अथक परिश्रम किया है। विजय का श्रेय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की संगठन क्षमता एवं भाजपा कार्यकर्ताओं को भी जाता है जिन्होंने इन चुनावों में अथक परिश्रम किया हैं।

भाजपा रवि शंकर प्रसाद ने कहा है कि इस चुनाव की गंभीरता को समझें तो यह चुनावी नतीजे नहीं बल्कि क्रांति है। 

योगी आदित्यनाथ ने कहा की यह कार्यकर्ताओं की जीत है। जनता ने पीएम मोदी के काम पर मुहर लगाई है। अब राज्य में जातिवाद के लिए कोई जगह नहीं। हमने 300 सीच की बात कही थी वही हो रहा है। सीएम बनने को लेकर कहा कि मैं रेस में नहीं।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यह मोदी की लहर है और 2019 में भी लोकसभा चुनाव जीतकर मोदी फिर पीएम बनेंगे।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि आज देश पीएम मोदी के साथ खड़ा है। यह यूपी और उत्तराखंड के लोगों की जीत है।

केंद्रीय राज्य मंत्री हर्शवर्धन सिंह ने कहा है कि कांग्रेस का हाथ पापों से काला हो चुका है इसे अब जनता नहीं स्वीकार करेगी।

केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने कहा कि किसी ने कल्पना नहीं की थी की भाजपा को इतनी सीटें मिलेंगी। यह पीएमा मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व का नतीजा है। पीएम ने रैलियों में जनता के सामने विकास के मुद्दे रखे वहां भाजपा को वोट मिले हैं।

सपा और कांग्रेस गठबंधन की करारी हार को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए शिवपाल यादव ने कहा - ये समाजवादियों की नहीं, घमंड की हार है। नेताजी को हटाया और हमारा अपमान किया।