अब प्राइवेट कोलेज की छात्राएं भी गाँव की बेटी
मध्यप्रदेश में गाँव की बेटी योजना का लाभ अब सभी अशासकीय मान्यता प्राप्त महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं को भी मिलेगा। पहले शासकीय महाविद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं को ही इस योजना का लाभ मिलता था। गाँव की बेटी योजना 2005 में प्रारंभ गयी थी।गाँव की बेटी योजना में ग्रामीण क्षेत्र की उन सभी छात्राओं को लाभ मिलता है, जिन्होंने 12वीं कक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है। योजना में परम्परागत विषयों में अध्ययनरत छात्राओं को 500 रुपये और इंजीनियरिंग तथा चिकित्सा शिक्षा प्राप्त कर रही छात्राओं को 750 रुपये प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जाती है। वर्ष 2009-10 में 28 हजार 141, वर्ष 2010-11 में 32 हजार 226 और वर्ष 2011-12 में 27 हजार 786 छात्राओं को इस योजना से लाभान्वित किया गया। योजना में लाभान्वित छात्राओं में 47.49 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग, 35.24 प्रतिशत सामान्य वर्ग, 9.78 प्रतिशत अनुसूचित-जाति और 7.49 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति वर्ग की हैं। अब निजी महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में भी इस योजना के लागू होने से और अधिक छात्राएँ इसका लाभ ले सकेंगी।