उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों में रुझान भाजपा के लिए बहुमत का संकेत लेकर आए हैं। खबर है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत हरिद्वार ग्रामीण और किच्छा से चुनाव हार गए हैं। कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका है। भाजपा के स्वामी यतिश्वरानंद ने रावत को चुनाव में हराया। रुझानों में पहले रावत कभी आगे तो कभी पीछे चल रहे थे। किच्छा सीट पर रावत को राजेश शुक्ला के सामने हार का सामना करना पड़ा।
इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी बड़े चेहरों के साथ चुनावी मैदान में उतरी थी। जबकि मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस चुनाव की बागडोर अपने हाथ में रखी थी। दूसरी तरफ भाजपा ने भगत सिंह कोश्यारी, भुवन चंद्र खंडूरी और रमेश पोखरियाल निशंक और विजय बहुगुणा जैसे बड़े नामों के साथ यह चुनाव लड़ा। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों में मोदी की लहर देखने को मिली।
अब तक के रुझानों में भाजपा को राज्य में स्पष्ट बहुमत मिला है। चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के पहले रुझान में भाजपा 57 पर और कांग्रेस 9 सीट पर और अन्य 3 पर आगे चल रहे हैं। एक सीट का नतीजा आ चुका है। इसमें कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की है।
देखना यह है कि नतीजों के बाद किस तरह के समीकरण देखने को मिलते हैं। यहां पर 70 सीटों पर 637 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है। 68% मतदान दर्ज किया गया।
उत्तराखंड विधानसभा में कुल सीटों की संख्या 70 है। यहां 36 या इससे ज्यादा सीटें पाने वाली पार्टी या गठबंधन की सरकार बन जाती है। 2012 के चुनावों में भाजपा को 31 तो कांग्रेस को 32 सीटें मिली थीं। बसपा ने 3 सीटों पर जीत हासिल की थी।