गोवा में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को एक बार राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है। उनके जाते ही रक्षा मंत्री का पद खाली हो चुका है और अब इसका अतिरिक्त प्रभार वित्त मंत्री अरुण जेटली को दिया गया है। जेटली ने मंगलवार दोपहर को यह प्रभार ग्रहण किया।
इससे पहले भी अरुण जेटली के पास रक्षा मंत्रालय का प्रभार था। गोवा विधानसभा चुनाव के बाद तेजी से बदले सियासी घटनाक्रम में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। पर्रिकर 14 मार्च की शाम पांच बजे गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। बीजेपी को समर्थन देने वाली एमजीपी के नेता सुधीर ढवलीकर को उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
इससे पहले गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने भाजपा नेता और केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को सरकार बनाने का न्योता दिया। पर्रिकर ने रविवार को ही राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। राज्यपाल ने शपथ ग्रहण के बाद 15 दिनों के भीतर पर्रिकर को बहुमत साबित करने को कहा है।
भाजपा को गोवा की सत्ता में लाने के लिए 9 विधायकों की जरूरत है। ऐसे में भाजपा अपने पुराने सहयोगी एमजीपी का मिलता समर्थन की उम्मीद थी। जो कि पर्रिकर के सीएम कैंडिडेट बनने के बाद और मजबूत हो गयी। ढवलीकर के मनोहर पर्रिकर और भाजपा से बरकरार रिश्तों में खटास तब आयी जब लक्ष्मीकांत पार्सेकर को गोवा का मुख्यमंत्री बनाया गया था।