खाद्य-नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता संरक्षण मंत्री धुर्वे विश्व उपभोक्ता संरक्षण दिवस कार्यक्रम में
खाद्य-नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता संरक्षण एवं श्रम मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे ने कहा है कि दूरस्थ और ग्रामीण अंचल में उपभोक्ताओं को जागरूक करने के ठोस प्रयास किये जायें। कन्ज्यूमर हेल्पलाइन को शुरू किया जाये। मंत्री श्री धुर्वे विश्व उपभोक्ता संरक्षण दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। भोपाल हॉट में राज्य-स्तरीय कार्यक्रम में खाद्य, औषधि प्रशासन, नाप-तौल, तेल और गैस कम्पनी, बैंक और उपभोक्ता क्षेत्र में काम करने वाली विभिन्न स्वैच्छिक संस्थाओं के स्टॉल में दर्शाई गतिविधियों का हवाला देते हुए श्री धुर्वे ने कहा कि नगरीय के साथ ग्रामीण क्षेत्र पर भी ध्यान देने की जरूरत है।
मंत्री श्री धुर्वे ने कहा कि उपभोक्ता मामलों के निराकरण में और तेजी लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर आदि नगरीय क्षेत्र में अधिक मामले दर्ज होते हैं। यह नगरीय क्षेत्र में उपभोक्ताओं के जागरूक होने को दिखाता है। कुछ जिलों में मामलों का दर्ज न होना दर्शाता है कि उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में भी संचालित किये जाये। मंत्री श्री धुर्वे ने कहा कि ऐसी स्वैच्छिक संस्थाओं को अनुदान देने में प्राथमिकता दी जाये।
प्रमुख सचिव श्री के.सी. गुप्ता ने बताया कि खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग 2 से 3 माह के भीतर कंज्यूमर हेल्प लाइन शुरू करवायेगा। हेल्प लाइन के टोल-फ्री नम्बर पर उपभोक्ता शिकायत कर जानकारी भी प्राप्त कर सकेगा।
मंत्री श्री धुर्वे ने प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। प्रदर्शनी में विभिन्न विभाग और स्वैच्छिक संगठन द्वारा 35 स्टॉल लगाये गये। मध्यप्रदेश वेयर-हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह राजपूत और मध्यप्रदेश सिविल सप्लाई कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष श्री हितेष वाजपेयी ने भी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। आयुक्त खाद्य श्री विवेक पोरवाल, नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंध संचालक श्री फैज अहमद किदवई और रजिस्ट्रार राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण श्री अवधेश श्रीवास्तव भी मौजूद थे।
यह हुए सम्मानित
कार्यक्रम में वर्ष 2016 के लिये राज्य-स्तर पर प्रथम पुरस्कार के लिये विंध्य उपभोक्ता संरक्षण परिषद सीधी के श्री हरीश मिश्रा को प्रथम, कंज्यूमर एण्ड सिविल राइट्स एसोसिएशन ग्वालियर की श्रीमती ममता सिंह को द्वितीय और आशा स्मिता फाउण्डेशन भोपाल की श्रीमती स्मिता सक्सेना को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। निबंध और पोस्टर प्रतियोगिता में चयनित 6 छात्र-छात्राओं को भी पुरस्कार दिये गये। उत्कृष्ट स्टॉलों के लिये नाप-तौल, खाद्य एवं औषधि प्रशासन और आशा स्मिता फाउण्डेशन को भी सम्मानित किया गया।