मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक विकास का श्रेय मुख्यमंत्री चौहान को : आडवाणी
पूर्व उप प्रधानमंत्री एवं बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा है कि मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य से ऐतिहासिक विकास की श्रेणी में लाने का श्रेय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को है। श्री आडवाणी इंदौर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के समापन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में निवेशकों के लिये निवेशक गारंटी योजना शुरू की जायेगी। उद्योगों से संबंधित सभी स्वीकृतियाँ निश्चित समय-सीमा में देने की व्यवस्था होगी। निवेशकों के अनुभव और विशेषज्ञता का लाभ प्रदेश के विकास में लेने के लिये मध्यप्रदेश डेवलपमेंट फोरम बनाया जायेगा। इसकी बैठक हर छह माह में होगी। श्री चौहान ने प्रदेश में अगली ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट 8 से 10 अक्टूबर, 2014 में करवाने की घोषणा की।मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि निवेशक हमारे लिये प्रदेश के विकास में सहयोगी हैं। यहाँ निवेशकों द्वारा प्रस्तुत प्रस्तावों की ऑनलाईन मानीटरिंग की व्यवस्था की जायेगी। मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव स्वयं इसकी मॉनीटरिंग करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि वस्तु एवं सेवा कर (जी एस टी) लागू होता है तो भी मध्यप्रदेश में निवेशकों को दी जाने वाली सुविधाओं में कोई कमी नहीं होगी। प्रदेश में कार्पोरेट सोशल रेस्पान्सबिलिटी की नीति बनाई जायेगी। इसके तहत जिस क्षेत्र में उद्योग लगेंगे वे वहाँ सामाजिक विकास में भी सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है और पर्यावरण की कीमत पर प्रदेश में उद्योग नहीं लाये जायेंगे।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हम चम्बल के बीहड़ों के विकास की योजना बना रहे हैंै। एक समय जो क्षेत्र डाकुओं के लिये जाना जाता था अब वहाँ औद्योगिक विकास होगा। उन्होंने कहा कि मंदी के इस दौर में प्रदेश में आये निवेशकों के प्रस्ताव एक नया विश्वास जगाते हैं। मध्यप्रदेश अब देश को आगे बढ़ाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगा। आज ग्लोबल मीट में एक नयी शुरूआत हुई है। समिट के दौरान जो एमओयू हुये हैं उनके क्रियान्वयन के लिये समयबद्ध कार्यक्रम बनाया जायेगा। उद्योगों के लिये सारी प्रक्रिया पारदर्शी होगी। हमने इस समिट में युवाओं के लिये रोजगार की चिंता की है और इस समिट के माध्यम से करीब 5 लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा। मध्यप्रदेश में स्किल डेवलपमेंट मिशन शुरू किया गया है। उच्च शिक्षा के लिये ऋण गारंटी योजना बनायी गयी है। गाँव-गाँव में उद्योग लगे, इसकी पहल की जा रही है।श्री लालकृष्ण आडवाणीपूर्व उप प्रधानमंत्री श्री लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि मध्यप्रदेश सुशासन, स्पष्ट निर्णय क्षमता तथा भ्रष्टाचार मुक्त और पक्षपातरहित व्यवस्था का आदर्श उदाहरण है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार की कार्य-शैली निवेशकों को आकर्षित करने वाली है। श्री आडवाणी ने मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर लाने के लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की सराहना की।श्री आडवाणी ने मुख्यमंत्री श्री चौहान के कार्य और व्यवहार का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि श्री चौहान एक ऐसे कर्मठ कार्यकर्ता हैं, जो ईमानदार हैं। उन्हें जो कार्य सौंपा जाता है, पूरी प्रामाणिकता के साथ करते हैं। उन्होंने कहा कि देश के उद्योग-व्यापार जगत के दिग्गजों द्वारा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की सराहना सर्वथा उपयुक्त है। श्री आडवाणी ने समिट की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे तेजी से प्रगति करते मध्यप्रदेश के विकास को और गति मिलेगी। उन्होंने भौतिक विकास के साथ-साथ मुख्यमंत्री के सामाजिक सरोकार के प्रति समर्पण की भी सराहना की। इस संदर्भ में उन्होंने लाड़ली लक्ष्मी तथा तीर्थ-दर्शन योजना का विशेष रूप से उल्लेख किया।वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मध्यप्रदेश में अधोसंरचना विकास के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुए हैं। वर्ष 2013 से गाँवों में 24 घण्टे बिजली दी जायेगी। दुनिया में विकास के क्षेत्र में अर्थ-व्यवस्था और पर्यावरण को लेकर चिंता है। मध्यप्रदेश में दोनों ही क्षेत्र में बेहतर काम किये गये हैं। जिस तरह से प्रदेश का समग्र विकास हो रहा है, वह अपने आप में उदाहरण है।देश का सर्वाधिक आकर्षक राज्य है मध्यप्रदेशआदित्य बिड़ला समूह के प्रमुख कुमार मंगलम बिडला ने मध्यप्रदेश को ''मदर-स्टेट'' बताते हुए कहा कि प्रदेश में 16 हजार करोड़ का निवेश पहले ही हो चुका है, जिसमें 7 हजार लोगों को रोजगार मिला है। उन्होंने 20 हजार करोड़ के निवेश की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह निवेश सौर उर्जा, टेक्सटाइल और सीमेन्ट के क्षेत्र में होगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सर्वाधिक आकर्षक राज्य है और भविष्य में निवेश की नई मंजिल है। उन्होंने मुख्यमंत्री के गतिशील नेतृत्व और सरकार की कार्य-शैली की सराहना करते हुए कहा कि यहाँ प्रशासन प्रगतिशील है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान की कार्यप्रणाली से भी सीखने को मिलता है। अन्य राज्यों को भी मध्यप्रदेश से सीखने की जरूरत है। मध्यप्रदेश अब उड़ान भरने के लिये तैयार है। श्री चौहान अपनी लगन, परिश्रम और कार्यों से अपनी बात कहते हैं।सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत राय ने कहा कि मध्यप्रदेश में डेयरी क्षेत्र में 20 हजार करोड़ का निवेश होगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश देश का सबसे अग्रणी राज्य है। यहाँ के मुख्यमंत्री दृढ़, शालीन और विनम्र है। वे मानव संसाधन प्रबंधन के भी गुरू साबित हुए हैं। श्री राय ने डेयरी परियोजना की जानकारी देते हुए बताया कि पाँंच मिलियन टन दुग्ध उत्पादन होगा, जो देश में सबसे ज्यादा होगा। इसमें 50 प्रतिशत उत्पादन मध्यप्रदेश से होगा। पहले चरण में 9 हजार करोड़ का निवेश होगा और 27 से 30 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। चारा उत्पादन आदि के लिये किसानों के साथ संविदा खेती के लिये करार किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इंदौर में 600-700 करोड़ रूपये का गोल्फ क्लब बनेगा। मार्च तक योजना का प्रारूप सरकार को दिया जायेगा। इंदौर में स्पोर्टस होस्टल बनेगा। श्री राय ने बताया कि हाउसिंग सेक्टर में मध्यप्रदेश में 16 हजार करोड़ का निवेश है।सहारा के सुब्रत राय ने कहा कि मुख्यमंत्री की सोच प्रगति के साथ उत्पादन बढ़ाने की है, इसलिये प्रदेश कृषि के क्षेत्र में 18 प्रतिशत की वृद्धि दर और 12 प्रतिशत आर्थिक विकास दर हासिल कर पाया। उन्होंने मुख्यमंत्री को ''हयूमन मैनेजमेंट'' का विशेषज्ञ बताया।एस्सेल समूह के प्रमुखसुभाष चन्द्रा ने कहा कि उनका समूह निवेश के माध्यम से मध्यप्रदेश में लोगों का जीवन स्तर सुधारना चाहता है। उन्होंने कहा कि उद्योगों को स्नेहिल आमंत्रण देने और निर्णय लेने की क्षमता लेने के कारण मध्यप्रदेश देश में पहले नंबर पर होगा। उन्होंने चंबल क्षेत्र में एक आवासीय टाउनशिप बनाने की योजना की भी चर्चा की। इसमें 35 हजार करोड़ का निवेश होगा और एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।इन्फोसिस के प्रमुख रामदास कामथ ने राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए उसे परिणामोन्मुखी सरकार बताया। फोर्टिस हेल्थ केयर समूह के शिवेन्द्र मोहन सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में निवेश की सराहनीय पहल मध्यप्रदेश ने की है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की पहल से इस क्षेत्र के निवेशकों का आत्म-विश्वास बढ़ेगा। जे.पी. ग्रुप के मनोज गौर ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश ने हर क्षेत्र में विकास किया है।मुख्य सचिव आर. परशुराम ने कहा कि करारनामों के क्रियान्वयन की कार्ययोजना बनाई जायेगी। उन्होंने बताया कि समिट में 750 कम्पनियों के 2200 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।कार्यक्रम में श्री आडवाणी ने मध्यप्रदेश माध्यम द्वारा प्रकाशित पुस्तक ''मध्यप्रदेश अनविल्ड'' का विमोचन किया। पुस्तक में मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक छवियों और प्रगति को रेखांकित किया गया है। विमोचन के अवसर पर जनसम्पर्क मंत्री श्री लक्ष्मीकान्त शर्मा भी उपस्थित थे।समापन सत्र में सांसद प्रभात झा एवं नरेन्द्र सिंह तोमर, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव, चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री महेन्द्र हार्डिया, सांसद सुमित्रा महाजन सहित बड़ी संख्या में निवेशक उपस्थित थे। ट्राइफेक के प्रबंध संचालक अरूण भट्ट ने आभार व्यक्त किया।