भोपाल में विश्व आयुर्वेद कांग्रेस सात से
पाँचवी आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्य एक्सपो 7 से 10 दिसम्बर तक भोपाल में होगी। इसमें करीब 26 देशों के 200 विदेशी प्रतिनिधियों सहित आयुर्वेद के 4000 विशेषज्ञ, छात्र, शोधार्थी और चिकित्सक शामिल होंगे। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इस विश्वस्तरीय सम्मेलन की उत्कृष्ट तैयारियों के निर्देश दिये हैं। मध्यप्रदेश शासन, विज्ञान भारती, आरोग्य भारती और वर्ल्ड आयुर्वेद फाउन्डेशन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजन के लिये भोपाल के लाल परेड ग्राउण्ड का चयन किया गया है। करीब पौने दो लाख वर्ग फिट क्षेत्र में विशाल परिसर बनाया जायेगा। बैठक में जैव एवं प्रौद्योगिकी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मुख्य सचिव आर.परशुराम भी मौजूद थे।मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आयुर्वेद उपयोगी चिकित्सा पद्धति है। आमजन का आयुर्वेद चिकित्सा पर भरोसा और अधिक बढ़े इस संबंध में सम्मेलन में विचार-विमर्श को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि आयुष भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति है। इस पद्धति में रोग की जड़ पहचान कर स्थायी उपचार होता है। उन्होंने इस अवधारणा को स्थापित करने पर विशेष बल दिया जाए। उन्होंने कहा कि रोग उत्पन्न ही नही हो, इसके आवश्यक उपायों की जानकारी भी प्रसारित की जानी चाहिए। उन्होंने कांग्रेस के विचार-विमर्श की जानकारियों को क्षेत्रीय भाषा में अनुदित करने के लिये कहा।जैव एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री विजयवर्गीय ने कहा कि सम्मेलन के दौरान मध्यप्रदेश में आयुर्वेद की सम्भावनाओं और समृद्धता की जानकारी भी प्रसारित की जाए।बैठक में बताया गया कि आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्य एक्सपो के दौरान विभिन्न कार्यक्रम होंगे। जन जागृति के लिये ग्वालियर, रीवा और बुरहानपुर से भगवान धनवंतरी यात्रा 20 नवम्बर से प्रारंभ होकर 24 नवम्बर को भोपाल आएगी।विश्व आयुर्वेद कांग्रेस के दौरान देश के समस्त 5 आयुर्वेद विश्वविद्यालयों के कुलपति भोपाल आयेंगे। इस दौरान 5 हजार रोगियों का निःशुल्क उपचार किया जाएगा। इस दौरान प्रशिक्षण, अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षक-छात्र सम्मेलन, पंचकर्म, क्षारकर्म, कार्यशालाओं, आरोग्य एक्सपो, आयुर्वेद में वैज्ञानिक लेखन और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों की सभा के आयोजन किए जाएंगे। पहली बार शिक्षा सभा भी होगी। कांग्रेस को 157 वक्ता संबोधित करेंगे। शोध के 252 पत्रों का वाचन, 430 का प्रदर्शन और 192 का प्रकाशन किया जाएगा। इस अवसर पर औषधीय पौधों की 225 प्रजातियों का प्रदर्शन भी किया जाएगा।