नई दिल्ली में अयोध्या विवाद पर उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी के बीच विश्व हिन्दू परिषद ने आज कहा कि उसका दृढ़ मत है कि सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर संसद से कानून बनाकर अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनया जाना चाहिए और सभी राजनीतिक दलों को मिलकर इसे पूरा करना चाहिए। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के वरिष्ठ नेता प्रवीण तोगडिय़ा ने संवाददाताओं से कहा कि हमारा दृढ़ मत है कि भारत की संसद कानून बनाए और अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करे।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार सरदार बल्लभ भाई पटेल और उस समय के राष्ट्रपति ने सोमनाथ में मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया था, हम उम्मीद करते हैं कि उसी प्रकार संसद में कानून बनाकर राम मंदिर का निर्माण हो। तोगडिय़ा ने कहा, ‘‘मेरा सम्पूर्ण विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार इस दिशा में पहल करेगी।’’ उन्होंने कहा कि पालमपुर में भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक में संसद के जरिए राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने की बात कही गयी थी। अब तक भाजपा उस संकल्प पर बनी हुई है।
विहिप नेता ने कहा कि हमारा विचार है कि वचन के पक्के मोदी और उनकी पार्टी संसद में कानून लाकर हिन्दुओं की आकांक्षाओं को पूरा करने का मार्ग प्रशस्त करेंगे। अब योगी और मोदी मिलकर इस कार्य को पूरा करेंगे। विश्व हिन्दू परिषद ने चार अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर देश के 5000 तालुकों, तहसीलों और ब्लाकों में कार्यक्रम आयोजित करेगी और लोगों के समक्ष संसद से कानून बनाकर राम मंदिर के निर्माण के संकल्प को दोहरोगी।