मध्यप्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने पिछले दो दिनों में रेत माफियाओं द्वारा खरगोन जिले के रूपसिंह गुर्जर, ग्वालियर जिले के डबरा में सत्तार खान और छतरपुर में अवैध उत्खनन रूकवाने की हिम्मत जुटाने वाले किसान कल्लू यादव की हुई हत्याओं को आपराधिक आतंक की पराकाष्ठा बताते हुए गंभीर आरोप लगाया है कि समूचे प्रदेश में रेत माफियाओं को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, ग्वालियर-चंबल संभाग में केंद्रीय मंत्री नरेन्द्रसिंह तोमर और अन्य जिलों में इन प्रभावी नेताओं के चहेतों का खुला संरक्षण मिल रहा है। मुख्यमंत्री जहां अपने परिजनों द्वारा पिछले ग्यारह वर्षों में माँ नर्मदा के तटीय क्षेत्रों से किये गये अरबों रूपयों के रेत के अवैध उत्खनन, परिवहन, संग्रहण और मुनाफाखोरी से ध्यान बांटने के लिए सरकार के खर्च और प्रशासनिक मशीनरी के दुरूपयोग के बाद ‘नर्मदा सेवा यात्रा’ में मस्त हैं, वहीं सरकार के संरक्षण में रेत माफिया हत्याऐं करने में व्यस्त हैं, यह स्थितियां सुखद नहीं कही जा सकती हैं?
श्री मिश्रा ने कहा कि यदि कांग्रेस के आरोप बेबुनियाद हैं तो राज्य सरकार खुद यह स्पष्ट करे कि प्रदेश में खनिज की खुलेआम लूट राजनैतिक संरक्षण के चलते खनिज माफियाओं द्वारा चलायी जा रही समानांतर सरकार, मुरैना में आईपीएस अधिकारी नरेन्द्र कुमार की हत्या, सीहोर जिले में कलेक्टर पर जीप चढ़ाकर किया गया हत्या का प्रयास, मुख्यमंत्री के गृह नगर बुधनी में पुलिस उपनिरीक्षक सुनील वर्मा व एक अन्य सहायक उपनिरीक्षक रामदत्त की रेत का डम्पर चढ़ाकर की गई हत्या, मुरैना में हाल ही में पुलिस व रेत माफियाओं के बीच लगातार 13 घंटों तक हुई फायरिंग, अन्य जिलों में एसडीएम, तहसीलदार व अन्य अधिकारी/ कर्मचारियों पर माफियाओं द्वारा किये गये प्राणघातक हमले/ हत्याऐं व इन माफियाओं से टकराने वाले अफसरों, आईएएसगण सुनीता त्रिपाठी, विशेष गढ़पाले, सी.व्ही. चक्रवर्ती, सोनिया मीणा, संयुक्त कलेक्टर गिरीश शर्मा, एसडीएम राजेश राठौड़, भोपाल के खनिज अधिकारी एल.एम. गोयल व अन्य अधिकारियों में ए.एस. डबास, नरेन्द्र शर्मा, वासु कनोजिया, धर्मेन्द्रसिंह चौहान आदि के हुए स्थानांतरणों का जिम्मेदार कौन है?
श्री मिश्रा ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से मांग की है कि यदि वे इस माफिया राज से जरा भी चिंतित हों तो शीघ्र ही इस भयावह परिदृश्य को लेकर सर्वदलीय बैठक आमंत्रित कर अपनी कार्यशैली की खुले मन से समीक्षा करें। *उन्होंने अपने उक्त आरोप को पुनः दोहराते हुए कहा है कि नर्मदा के तटीय क्षेत्रों से हो रहे रेत के अवैध उत्खनन, संग्रहण व परिवहन में जहां मुख्यमंत्री का परिवार संलिप्त है, वहीं चंबल, बेतवा, सिंध और इनकी सहायक नदियों में हो रहे अवैध उत्खनन से संबद्ध माफियाओं को केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का खुला संरक्षण प्राप्त है।* श्री मिश्रा ने मुख्यमंत्री से यह भी जानना चाहा है कि प्रदेश में रेत उत्खनन कर रही कंपनियां शिवा कार्पोरेशन और डिजीयाना में किन परिवारों की अघोषित साझेदारी है।