भोपाल में मार्च में गर्मी का रिकॉर्ड 21 साल बाद टूटा है।पिछले 24घंटे में अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस रहा। इससे पहले 1996 में 29 मार्च को दिन का तापमान 40.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम केंद्र के पूर्व डायरेक्टर और मौसम विशेषज्ञ डीपी दुबे के अनुसार, भोपाल में ऑब्जर्वेटरी की स्थापना 1936 में हुई थी। तब से मार्च में कभी भी दिन का तापमान इतना नहीं रहा।
उधर, भोपाल जिले में सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों का संचालन 1 अप्रैल से अब दोपहर 12 बजे के बाद नहीं होगा। बच्चों को एक्सट्रा क्लासेज, लैब कार्य और कंप्यूटर एजुकेशन या किसी भी प्रकार के एसाइनमेंट के लिए भी दोपहर 12 बजे के बाद नहीं रोका जाएगा। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा आदेश जारी कर दिए गए हैं।
उधर, मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश का मौसम शुष्क रहा है। भोपाल संभाग को छोड़कर बाकी प्रदेश में कई स्थानों पर मध्यम से तीव्र लू का प्रभाव रहा। सीधी, टीकमगढ़, शाजापुर, शिवपुरी मुरैना जिलों में रातें गर्म रही। दिन के अधिकतम तापमान और रात के न्यूनतम तापमानों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ।
भोपाल संभाग के जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य से काफी अधिक रहे। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में भोपाल जिले में कुछ स्थानों पर लू की चेतावनी दी है।होशंगाबाद में सबसे ज्यादा 42.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। जबकि खजुराहो में 42.6 और खरगोन, रतलाम, दमोह व नौगांव में अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज रहा।
मौसम केंद्र के पूर्व डायरेक्टर व मौसम विशेषज्ञ डीपी दुबे ने बताया जिस वजह से तापमान बढ़ा हुआ था, वह अब महाराष्ट्र की तरफ शिफ्ट हो गया है। इस वजह से आने वाले दिनों में तापमान कमी हो सकता है।