एमपी में बिजली चोरी के एक लाख से ज्यादा मामले दर्ज
मध्यप्रदेश पूर्व, पश्चिम तथा मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के विभिन्न क्षेत्रों के अंतर्गत वर्तमान वित्तीय वर्ष 2012-13 के अक्टूबर माह के अंत तक पूरे प्रदेश में 5 लाख 71 हजार 374 उच्च-दाब एवं निम्न-दाब उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शनों की जाँच की गई। इसमें से एक लाख 36 हजार 825 बिजली कनेक्शन में अनियमितताएँ पायी गईं या चोरी के प्रकरण दर्ज किये गये। इन प्रकरण से 106 करोड़ 70 लाख 47 हजार रुपये की राजस्व वसूली की गई। इस दौरान विशेष न्यायालयों में 37 हजार 513 बिजली चोरी या अनियमितता के प्रकरण भी प्रस्तुत किये गये।मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के जबलपुर, रीवा और सागर क्षेत्र में वर्ष 2012-13 के अक्टूबर माह के अंत तक कुल 69 हजार 461 बिजली कनेक्शन की जाँच में से 26 हजार 805 में बिजली चोरी या अनियमितताएँ पायी गईं। इन अनियमितताओं के विरुद्ध 13 करोड़ 32 लाख 78 हजार की राजस्व वसूली की गई। कम्पनी के अंतर्गत 4,979 बिजली चोरी या अनियमितता के प्रकरण विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किये गये।मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के इंदौर और उज्जैन क्षेत्र में इस दौरान 4 लाख 17 हजार 664 बिजली कनेक्शन की जाँच कर 78 हजार 963 कनेक्शन में बिजली चोरी या अनियमितता के प्रकरण पकड़े गये। इन प्रकरण में 71 करोड़ 22 लाख 12 हजार रुपये की राजस्व वसूली की गई। इस दौरान 17 हजार 858 प्रकरण विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किये गये।मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के भोपाल और ग्वालियर क्षेत्र में इस दौरान कुल 84 हजार 249 बिजली कनेक्शन की जाँच की गई। इनमें से 31 हजार 57 में उपभोक्ताओं द्वारा बिजली चोरी या अनियमितता करना पाया गया। ऐसे उपभोक्ताओं से 22 करोड़ 15 लाख 57 हजार रुपये की वसूली की गई। कम्पनी के अंतर्गत कुल 14 हजार 676 प्रकरण विशेष न्यायालयों में प्रस्तुत किये गये।