अटेर और बांधवगढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए रविवार को फायरिंग और हिंसा के बीच मतदान हुआ। बांधवगढ़ में जहां 67.16 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया तो वहीं अटेर में 61 प्रतिशत मतदान हुआ।
अटेर में दिनभर काफी तनावपूर्ण माहौल रहा। दो जगह हवाई फायरिंग हुई और कई मतदान केंद्रों के बाहर हिंसा की घटनाएं सामने आईं। अटेर में कांग्रेस ने 41 मतदान केंद्रों में पुनर्मतदान की मांग की जबकि भाजपा ने भी स्पेशल ऑब्जर्वर के खिलाफ कांग्रेस के पक्ष में एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए 40 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान की मांग की है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार चौहान ने भी दिल्ली में इस संबंध में चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा। अटेर उपचुनाव में भाजपा के अरविंद भदौरिया का मुकाबला कांग्रेस के हेमंत कटारे से है वहीं बांधवगढ़ में भाजपा के शिवनारायण सिंह का मुकाबला कांग्रेस की सावित्री सिंह से है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह ने बताया कि अटेर में चुनाव शांतिपूर्ण तो नहीं रहा लेकिन बूथ कैप्चरिंग की घटना नहीं हुई। दो जगह सांकरी और गोरकलान में फायरिंग की सूचनाएं मिली हैं। इसको लेकर कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी गई है। सांकरी में कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट होने की बात सामने आई है।
कांग्रेस के उम्मीदवार हेमंत कटारे को 12-15 सुरक्षाकर्मी मुहैया कराए गए थे। मतदान में अशांति की संभावना को देखते हुए शनिवार देर रात दतिया और मुरैना से सुरक्षा बल की दो कंपनियां भिजवाई गई थीं। मतदान के दौरान पाली मतदान केंद्र में मुन्नीलाल शर्मा ने मत किसी को देने और किसी और को मिलने की शिकायत की लेकिन उन्होंने लिखित में इस पर आपत्ति दर्ज नहीं कराई। वहीं तकनीकी गड़बड़ी के चलते अटेर में 5 और बांधवगढ़ में 6 ईवीएम और वीवीपैट को बदला गया है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि जितनी भी शिकायतें मिली थी, उन सभी पर तुरंत कार्रवाई की गई है। हम कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के भरोसे नहीं बैठे थे। चार माध्यमों से सूचनाएं प्राप्त कर जरूरी कार्रवाई के लिए पुलिस बल और मजिस्ट्रेट पहुंचाए गए। कांग्रेस ने जो शिकायतें की हैं, उन सभी को जांच में लिया गया है। कलेक्टर से रिपोर्ट भी मांगी गई है। उधर, भाजपा ने भी अटेर में कांग्रेस द्वारा फर्जी मतदान कराए जाने की शिकायत की। पार्टी ने आरोप लगाया कि कुछरी में आपराधिक तत्व मतदाताओं को मतदान करने से रोक रहे हैं।
भाजपा ने चुनाव आयोग के विशेष पर्यवेक्षक भंवरलाल पर आरोप लगाया कि वे कांग्रेस की शिकायत पर अधिकारियों को इध्र से उधर हटा रहे हैं। यदि भंवरलाल को नहीं रोका गया तो शांति सुरक्षा कभी भी भंग हो सकती है। पार्टी ने भंवरलाल को तत्काल अटेर से हटाने की मांग की। इस पर पूछे सवाल को पहले तो मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह टाल गई लेकिन देर शाम कहा कि आयोग निष्पक्ष एजेंसी है और वे पूरी शिद्दत से अपना काम करता है।