बीजापुर के गंगालूर थाना क्षेत्र के ग्राम कमकानार में नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर ग्रामीण चैतू उइका को मौत के घाट उतार दिया। उस पर पुलिस मुखबिरी का आरोप था। नक्सलियों ने 10 दिन पहले चैतू को अगवा किया था और सोमवार को घटना को अंजाम दिया। दहशत के चलते दो दिन बाद मामला सामने आया।
चैतू के भाई सन्नू उइका ने बताया कि 3 मार्च को घर से चैतू का अपहरण हुआ था। नक्सली 9 दिन तक उसे साथ घुमाते रहे। सोमवार को दोपहर 12 बजे जनअदालत शुरू हुई, जिसमें चोकनपाल, मर्रिवाड़ा और कमकानार के ग्रामीणों को बुलाया गया था।
रात 8 बजे चैतू को मौत की सजा सुनाई गई और चोकनपाल पहाड़ी के ऊपर ले जाकर रस्सी से उसका गला घोटकर शव वहीं छोड़ दिया गया। मंगलवार को गंगालूर टीआई अब्दुल शमीर ग्रामीणों की मदद से शव गंगालूर अस्पताल लाए। पीएम के बाद शव सौंप दिया गया। पुलिस ने अज्ञात नक्सलियों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर लिया है।