नर्मदा सेवा यात्रा हमारे अस्तित्व के लिए अहम्
राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी

जन-संवाद कार्यक्रम में हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी 

हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा है कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आरंभ की गई नर्मदा सेवा यात्रा हमारे अस्तित्व के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। प्रो. सोलंकी रविवार को जबलपुर नगर में सेवा यात्रा के जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जन-जन को यात्रा से जुड़ कर इसे एक विराट जनान्दोलन का स्वरूप देने के लिए आगे आना होगा।

राज्यपाल प्रो. सोलंकी ने कहा कि प्रत्येक सरकार का कर्त्तव्य है कि उसके क्षेत्र में सर्वतोमुखी विकास सुनिश्चित हो। मध्यप्रदेश में एक प्रतिबद्ध और जन-सेवा को समर्पित सरकार के ईमानदार प्रयासों से प्रदेश की तस्वीर बदली है। पिछड़े प्रदेश के रूप में जाने जाने वाले मध्यप्रदेश ने विकास की दिशा में इतनी लम्बी छलांग लगाई है कि आज प्रदेश के सर्वतोमुखी विकास को देख सब आश्चर्यचकित हैं। प्रो. सोलंकी ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा न केवल प्रदेश और देश वरन सम्पूर्ण विश्व को प्रभावित कर रही है।

प्रो. सोलंकी ने कहा कि मनुष्य का अस्तित्व जल, जंगल, जमीन, जानवर, जलवायु और जन पर निर्भर है। इस परिप्रेक्ष्य में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सबके भविष्य की चिन्ता की और नर्मदा सेवा यात्रा के माध्यम से मानव के अस्तित्व को खतरे से बचाने के सिलसिले में महत्वपूर्ण पहल की। राज्यपाल ने विश्वास व्यक्त किया कि श्री चौहान द्वारा आरंभ यह जनान्दोलन एक प्रभावशाली जन-जागरण अभियान साबित होगा।

जनसंवाद में श्री वी.डी. शर्मा ने कहा कि नर्मदा यात्रा नदी संरक्षण का दुनिया का सबसे बड़ा अभियान है। उन्होंने कहा कि यात्रा आज सरकार एवं संत समाज के प्रबल प्रयासों से एक जनान्दोलन का स्वरूप ले चुकी है। समाज के सभी वर्ग, धर्म और क्षेत्र के लोग इसमें योगदान दे रहे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने नर्मदा को अविरल रूप से प्रवाहमान बनाने के उद्देश्य से तय किया है कि 2 जुलाई को नर्मदा जी के तटों पर 5 करोड़ वृक्ष लगाए जाएंगे। उन्होंने नर्मदा तटों से 5 किलोमीटर की दूरी तक नशाबंदी की दिशा में सरकार की पहल और अभियान के बाद आने वाले समय में नर्मदा संरक्षण के प्रयासों को जारी रखने के लिए गठित की जा रही नर्मदा सेवा समितियों का भी उल्लेख किया।

इसके पूर्व सिन्धी धर्मशाला के सभागार में राज्यपाल प्रो. सोलंकी का पुष्प-वर्षा कर स्वागत किया गया। प्रो. सोलंकी ने नर्मदा ध्वज और कलश का पूजन कर कन्या-पूजन भी किया।

अंत में राज्यपाल प्रो. सोलंकी ने उपस्थित जन-समुदाय को नर्मदा जी के संरक्षण के प्रति आम लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ वृक्षारोपण, स्वच्छता, जल संरक्षण, प्रदूषण की रोकथाम, जैविक खेती को प्रोत्साहित करने, फलदार व छायादार वृक्षों एवं कृषि वानिकी के लिए उपयोगी पौधों को रोपने का संकल्प दिलाया। उन्होंने माँ नर्मदा की निर्मलता को अक्षुण्ण बनाए रखने का हरसंभव प्रयास करने एवं जन-समुदाय को भी इस दिशा में प्रेरित करने का भी आव्हान किया।

इस मौके पर वन, योजना, आर्थिक-सांख्यिकी एवं जिला प्रभारी मंत्री डॉ गौरीशंकर शेजवार, किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री गौरीशंकर बिसेन, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री रूस्तम सिंह, चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री शरद जैन एवं पूर्व मंत्री श्री अजय विश्नोई, महामण्डलेश्वर अखिलेश्वरानंद महाराज, यात्रा के प्रदेश संयोजक डॉ जितेन्द्र जामदार तथा जन अभियान परिषद् के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पाण्डे भी मौजूद थे।