प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश तेजी के साथ तरक्की के रास्ते पर बढ़ रहा है। जन-भावनाओं का ध्यान रखते हुए प्रदेश सरकार जो कदम उठा रही हैं उनसे मध्यप्रदेश को उत्तम प्रदेश के नाम से जाना जाएगा। विकास के कार्यां के परिणाम आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस अतीत और भविष्य के सिंहावलोकन का स्वर्णिम अवसर है। विकास के लिये संस्थाओं, नागरिकों और सरकार सभी को संकल्पित होना होगा। श्री यादव आज यहाँ मध्यप्रदेश की स्थापना दिवस पर आयोजित मध्यप्रदेश उत्सव समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने मध्यप्रदेश के गौरवशाली इतिहास, प्राकृतिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक, सामाजिक और राजनीतिक समृद्धता और वैभव का स्मरण करते हुए कहा कि प्रदेश में विविधताओं का संगम है। उन्होंने कार्यक्रम में आए विख्यात कलाकारों का स्वागत करते हुए प्रदेशवासियों को स्थापना दिवस और दीपावली पर्व की शुभकामनाएँ दीं।मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के नवनिर्माण में युवा शक्ति की रचनात्मक ऊर्जा का उपयोग किया जायेगा। उन्होंने सात नवम्बर से निःशुल्क दवा वितरण योजना प्रारंभ करने की घोषणा की। उन्होंने संगीत मनीषी उस्ताद अलाऊद्दीन खाँ द्वारा स्थापित विश्व प्रसिद्ध मैहर बेंड को संरक्षित करने की घोषणा करते हुए कहा कि अगले साल अंतर्राष्ट्रीय बेंड समारोह का आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में बनने वाली फिल्मों को मनोरंजन कर से मुक्त किया जायेगा। श्री चौहान ने सभी प्रदेशवासियों को मध्यप्रदेश के जन्मोत्सव की शुभकामनाएँ देते हुए प्रदेश को शक्तिशाली बनाने का आव्हान किया। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित विशाल जन समुदाय को अपनी पूरी क्षमता के साथ नया मध्यप्रदेश गढ़ने का संकल्प दिलाया।श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश अब तेजी से बढ़ता प्रदेश है। सर्वाधिक विकास दर हासिल करते हुए प्रदेश आज भारत के विकसित राज्यों की बराबरी कर रहा है। उन्होंने कहा कि विकास दर 11.98 प्रतिशत और कृषि क्षेत्र में 18 प्रतिशत वृद्धि दर हासिल कर प्रदेश आगे बढ़ रहा है। श्री चौहान ने कहा कि नागरिकों के सहयोग से मध्यप्रदेश भारत का पहले नम्बर का राज्य बनेगा।मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश के विकास दृश्य की चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश में 24 घंटे बिजली मिलेगी। वर्तमान में 35 हजार करोड़ रूपये की लागत से सड़कें बन रही हैं। कृषि क्षेत्र में लगातार नये कीर्तिमान स्थापित हो रहे हैं। उन्होंने युवाओं की शिक्षा के संबंध में कहा कि बच्चों को शिक्षा के लिये मिलने वाले ऋण की गारंटी सरकार लेगी। पैसे के अभाव में शिक्षा में रूकावट नहीं आने दी जायेगी। इंदौर में हाल ही में सम्पन्न ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की सफलता की चर्चा करते हुए कहा कि अब मध्यप्रदेश उद्योग समुदाय और निवेशकों की पसंद का प्रदेश बन गया है। उन्होंने बताया कि चार लाख करोड़ से ज्यादा मूल्य के निवेश प्रस्तावों के क्रियान्वित होने से 27 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियों को शिक्षा और रोजगार के लिये महत्वपूर्ण योजनाएँ लागू की गई हैं। बेटी बचाओ अभियान से बेटियों के प्रति पूर्वाग्रह समाप्त होगा। बेटियों के माता-पिता को पेंशन देने का भी प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि अधिकारी-कर्मचारी पूरी मेहनत, लगन और क्षमता से प्रदेश के निर्माण में जुटे हैं। ऐसे में भ्रष्ट अधिकारियों को नहीं छोड़ा जायेगा। भ्रष्ट अधिकारियों की सम्पत्ति राजसात कर ली जायेगी। इंदौर की विशेष अदालत द्वारा भ्रष्टाचार के मामले में दिये गये फैसले के संदर्भ में उन्होंने कहा कि दोषी अधिकारी की जप्त संपत्ति में शामिल तीन मकान में आँगनवाड़ी केन्द्र या स्कूल खोला जायेगा।संस्कृति एवं जनसंपर्क मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि स्थापना दिवस प्रदेश को वैभव के शिखर पर ले जाने के लिये संकल्पित होने का दिन है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित करने का निरंतर प्रयास कर रही है। इससे पहले श्री शर्मा ने अतिथियों का अंगवस्त्रम, श्रीफल और पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया।सांसद श्री प्रभात झा ने कहा कि स्थापना दिवस प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को नमन करने का दिन है। उन्होंने कहा कि सरकार ने समृद्धि का अखंड दीपक जलाया है। राज्य सरकार की नीतियाँ और कार्यक्रम, समृद्धि का अंतहीन सिलसिला है जिनसे भविष्य की पीढ़ियाँ लाभान्वित होगी।कार्यक्रम में प्रदेश के कलाकारों द्वारा श्रीकृष्ण के जीवन पर आधारित ‘कृष्णायन’ नृत्य नाटिका और शीर्षस्थ संगीतज्ञ श्री ए.आर.रहमान और कलाकार श्री सुखविंदर ने प्रभावी प्रस्तुति दी। भगवान श्री कृष्ण के जीवन और दर्शन को प्रदर्शित करने वाले ‘कृष्णायन’ नृत्य-संयोजन ने दर्शकों को मंत्र-मुग्ध कर दिया। ऑस्कर पुरस्कार विजेता ए.आर.रहमान और उनकी आर्केस्ट्रा की प्रस्तुति से नागरिक झूम उठे। विश्व प्रसिद्ध मैहर बेंड ने मध्यप्रदेश गान बजाकर सम्मोहित किया।