नर्मदा किनारे के गाँव में उत्सव जैसा माहौल
narmda yatra

नर्मदा नदी के पाँच किलोमीटर के दायरे में आने वाली सभी शराब की दुकानों को बंद करने के मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान के निर्णय की हर गाँव में प्रशंसा हो रही है। नर्मदा यात्रा के किनारे वाले गाँव में उत्सव जैसा माहौल रहता है।

ग्राम चिरई डोंगरी निवासी श्रीमती लक्ष्मी झारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा नर्मदा किनारे की शराब की दुकानें हटाने के फैसले के लिए मेरे पास शब्द नहीं है। हमारे गाँव की महिलाएँ उनके इस निर्णय से इतनी खुश हैं कि वे बार-बार उन्हें आशीर्वाद दे रही हैं। यह बहुत बड़ा कदम है। इसी गाँव के श्री लाल जैन ने कहा कि अब हमारे गाँव का माहौल बहुत बढ़िया रहता है। आस-पास के आदिवासी ग्राम हनिमंता गाडर, सहजनी, बिजे गाँव और गुर्जर सारी से आये हुए नवयुवकों ने भी मुख्यमंत्री के इस निर्णय की सराहना की। उन्होंने कहा ‍िक समाज में फैली नशे की बुराई को जल्द से जल्द खत्म करना होगा। नवयुवकों ने कहा कि आदिवासी वर्ग अब शिक्षित किया जा रहा है जिससे उनमें भी जागरूकता आई है।

ग्वारी गाँव के अजमेर सिंह मेरावी ने भी शराब बंदी का समर्थन किया। साथ में स्वच्छता अभियान पर भी अपनी राय व्यक्त की और कहा कि हमारे गाँव में अब हर घर में शौचालय है और उसका उपयोग भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री चौहान की नर्मदा किनारे फलदार वृक्ष लगाने की योजना से भी उत्साह का माहौल बना हुआ है।

अविस्मरणीय, अकल्पनीय है नर्मदा संरक्षण यात्रा 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जन-भागीदारी से परिपूर्णं \'नमामि देवि नर्मदे\'\'-सेवा यात्रा अविस्मरणीय एवं अकल्पनीय है। यात्रा जन-मानस के जीवन में एक अमिट छाप छोड़ रही है।

यात्रा के आज सवा सौ दिन पूरे हो चुके हैं। मण्डला जिले में यात्रा के प्रति जन-मानस का जुड़ाव आज भी ऐसा है जैसा कि यात्रा के पहले दिन था। श्रद्धालुओं की भाव-विभोरता को देखते हुए ऐसा लगता है मानो यात्रा का आज पहला दिन है। हर गाँव में यात्रा के प्रति यह प्रमाण देखने को मिल रहा है। यात्रा से ग्रामवासी नर्मदा नदी के प्रति अपने कर्त्तव्यों के प्रति जागरूक हुए हैं।

नर्मदा सेवा यात्रा के माध्यम से हर गाँव में हुए विकास की झलक भी देखने को मिल रही है। अब जगह-जगह शौचालय बने हुए हैं और उनका उपयोग भी किया जा रहा है। गाँव प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना या मुख्यमंत्री सड़क योजना द्वारा मुख्य मार्गों से जुड़ गये हैं।

मण्डला जिला विंध्याचल पहाड़ियों के बीच में बसा हुआ है माँ नर्मदा पहाड़ों के बीच ऐसी प्रतीत होती हैं मानो माँ नर्मदा इस जिले को अपनी गोद में समाये हुए है। नागरिकों के जहन में यह बात पैठ रही है कि नर्मदा मईया को पूर्ण रूप से प्रदूषण मुक्त करवाना है और इसके लिये उन्हें नर्मदा एवं पर्यावरण का संरक्षण करना होगा।

नर्मदा यात्रा ग्रामवासियों को अपनी जिम्मेदारी का ऐहसास करा रही है। यात्रा को समाज के सभी वर्गों का समर्थन और सहयोग मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिस उद्देश्य को लेकर जन-भागीदारी से नर्मदा यात्रा शुरू की थी, उससे भी कहीं बड़ा संदेश प्रदेश हित में दिया जा रहा है।