मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में चल रहे ग्रामोदय से भारत उदय के संचालन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर रोजगार सहायकों का मासिक वेतन 7 हजार से बढ़ाकर 9 हजार करने की घोषणा की। श्री चौहान भोपाल मंत्रालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला कलेक्टरों के साथ \'ग्रामोदय से भारत उदय\'\' अभियान की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कर्मचारियों के कल्याण में हमेशा आगे बढकर उनका साथ दिया है। कर्मचारी शासन-प्रशासन का अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि जन-कल्याण के काम में अवरोध पैदा करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की जायेगी। जनविरोधी कर्मचारियों को सेवा से निकालने की सख्त कार्रवाई भी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य शासन ने कर्मचारियों के हित में हमेशा उदारतापूर्वक निर्णय लिया है लेकिन लोकहित के मुददों पर हठधर्मिता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कर्मचारी कल्याण समिति की बैठक प्रत्येक तीन महीने में एक बार आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी सरकार के महत्वपूर्ण जन-कल्याण के अभियान को जान-बूझकर असफल बनाने का प्रयत्न करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
\'ग्रामोदय से भारत उदय\'\' अभियान की जिलेवार समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश दिये कि वे प्रत्येक ग्राम पंचायत में जल-संरचनाओं का जीर्णोद्धार या नई जल-संरचनाओं के निर्माण का कार्य जल्द शुरू कर 30 जून तक पूरा करें। मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टरों से कृषि ग्राम संसद, विकास ग्राम संसद और महिला ग्राम संसद में उपस्थिति की जानकारी ली। जिन जिलों में लोगों की भागीदारी कम रही वहाँ दोबारा ग्राम संसद आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने लघु वनोपजों की खरीदी के निर्देश देते हुए कहा कि सरकार ने महत्वपूर्ण वनोपजों की खरीदी दर निश्चित कर दी है। वनोपज संग्राहकों को शोषण से बचाना और उनकी मेहनत का बाजिब दाम दिलवाना प्राथमिकता का काम है।
सक्षम व्यक्ति गरीबी रेखा की सूची से अपना नाम स्वयं हटा लें
श्री चौहान ने जिला कलेक्टरों को गरीबी रेखा की सूची के संबंध में ऐसी व्यवस्था बनाने के निर्देश दिये जिसमें सक्षम व्यक्ति स्वयं अपना नाम गरीबी रेखा की सूची से हटवा लें अन्यथा सरकार उनके नाम काट देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मोटे तौर पर ऐसे सक्षम लोगों में वो लोग शामिल हैं जिनके पास चार पहिया वाहन हैं। ऐसे उद्यमी और कारोबारी हैं जिनके लिये सरकार ने लायसेंस दिया है। जो लोग आयकर भरते हैं। जिनके परिवार के लोग शासकीय सेवा में हैं। जिनके पास पाँच एकड़ से ज्यादा सिंचित जमीन है। श्री चौहान ने कहा कि गरीबी रेखा से नीचे जीने वालों को मिलने वाला लाभ सक्षम लोग नहीं ले सकते । वे स्वयं अपने नाम कटवा लें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में किसी भी आवासहीन को बिना आवास के नहीं रहने देंगे। उन्होंने कलेक्टरों से कहा कि वे प्रधानमंत्री आवास और प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के पात्र हितग्राहियों की सूची तैयार कर लें ताकि उन्हें लाभ दिया जा सके। उन्होंने कहा कि दिव्यांग लोगों को किसी भी कल्याणकारी योजना की राशि लेने के लिये बैंक तक नहीं जाना पड़ेगा। जल्द ही बैंकों के सहयोग से ऐसी व्यवस्था की जायेगी कि उन्हें घर पर ही राशि उपलब्ध हो। श्री चौहान ने कलेक्टरों को निर्देशित किया कि वे इस संबंध में संबंधित बैंकों से चर्चा कर समन्वय स्थापित करें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि सभी जिलों के प्रभारी मंत्री ग्रामोदय अभियान में गाँवों में जायेंगे और प्रगति की समीक्षा करेंगे। उन्होंने कलेक्टरों को निर्देश दिये कि वे प्रभारी मंत्रियों को मिलने वाले आवेदनों के निराकरण की व्यवस्था जिले में ही करें और उन्हें निराकरण की रिपोर्ट भी दें ताकि यह अभियान सफल और अर्थपूर्ण हो सके। उन्होंने कहा कि अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिलों को पुरस्कृत किया जायेगा और उनकी गोपनीय चरित्रावली में भी उल्लेख किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि कृषि महोत्सव अब 2 जून के बजाय 21 जून तक चलेगा।
नर्मदा सेवा यात्रा
मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों से कहा कि नर्मदा सेवा मिशन का शुभारंभ 15 मई को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में अमरकंटक से होगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा को अब पूरा विश्व समाज देख रहा है। उन्होंने कलेक्टरों को निर्देश दिये कि वे नर्मदा सेवा के इच्छुक भक्तों, अशासकीय संगठनों, सामाजिक संगठनों, स्व-सहायता समूहों और आम लोगों को नर्मदा सेवा से जोड़ें। उन्होंने अमरकंटक में अस्थायी शौचालय बनाने, भण्डारों की व्यवस्था करने और नर्मदा सेवा यात्रियों का पंजीयन करवाने जैसे कार्य प्राथमिकता के साथ करें। श्री चौहान ने नर्मदा के तटों पर 2 जुलाई को होने वाले वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम की जानकारी भी दी।
आदि शंकराचार्य की प्राकट्य पंचमी पूरे प्रदेश में मनाई जायेगी
आदि शंकराचार्य की प्राकट्य पंचमी एक मई को पूरे प्रदेश में मनाई जायेगी। उन्होंने कहा कि आदि शंकराचार्य न होते तो भारत का वह अखंड स्वरूप नहीं होता जो आज है। उन्होंने कहा कि ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की अष्टधातु प्रतिमा का निर्माण और स्थापना करने के लिये धातु संग्रहण का काम एक जून से 30 जून तक चलेगा। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन, रीवा, सागर और ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य के जीवन दर्शन पर सांस्कृतिक कार्यक्रम किये जायेंगे। उन्होंने इन जिलों के कलेक्टरों को आवश्यक तैयारियाँ करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि दर्शन के विद्वानों को जिलों में व्याख्यान के लिये आमंत्रित किया जायेगा। विशेष ग्राम सभाओं में इस संबंध में लोगों को जानकारी भी दी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगारोन्मुखरी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये \'चलो आई.टी.आई अभियान\'\' अब 11 मई को होगा। उन्होंने बताया कि जीएसटी बिल पारित करने के लिये 3 मई को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जायेगा। इसी विशेष सत्र में नर्मदा जी को जीवंत अस्तित्व मानते हुये उनके संरक्षण का संकल्प भी पारित किया जायेगा।
चौहान ने कहा कि गेहूँ उपार्जन शुरू हो गया है। उन्होंने कलेक्टरों को निर्देश दिये कि वे यह सुनिश्चित करें कि किसानों का भुगतान समय पर हो जाये। उन्होंने किसानों को आने वाली समस्याओं की सूची बनाने के भी निर्देश दिये ताकि तत्काल उनका समाधान हो जाये।
श्री चौहान ने कहा कि ग्रामोदय अभियान के अंतिम चरण 22 से 30 मई में लोगों के आवेदनों का निराकरण होगा। सभी प्रभारी मंत्री समीक्षा करेंगे। वे जिला योजना समिति की बैठक में भाग लेंगे और अभियान के दौरान लोगों द्वारा सुझाये गये विकास कार्यों की स्वीकृति भी देंगे।वीडियो कांफ्रेंसिंग में सभी मंत्रीगण, मुख्य सचिव श्री बी.पी. सिंह और संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।