स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को आत्मसात करें
स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को आत्मसात करें
स्वामी विवेकानंद ने मात्र 39 वर्ष में जो ख्याति संसार में अर्जित की है, उससे युवा वर्ग प्रेरणा ले और उनके आदर्शों को आत्मसात करें। परिश्रम से किये गये कार्यों के परिणाम अच्छे मिलते हैं और संतुष्टि मिलती है। यह बात एमपी के उच्च शिक्षा मंत्री एवं राजगढ़ जिला प्रभारी मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने नरसिंहगढ़ के गणेश चौक ग्राम बावड़िया में राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय राज्य-स्तरीय नेतृत्व प्रशिक्षण शिविर में कही।श्री शर्मा ने स्वामी जी के पथ पर चलने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि जब तक लक्ष्य नहीं मिले तब तक चलते रहें। शिविर में सीखी गई बातों और अनुभवों का जीवन-पर्यन्त अनुसरण करें। समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के लिये प्रेरणा का स्रोत बनें। उच्च शिक्षा मंत्री ने शिविरार्थियों की माँग पर भविष्य में रासेयो के शिविर 7 दिन के स्थान पर 10 दिन का करने की सहमति दी। उन्होंने कहा कि युवा संगम लटेरी में आयोजित होगा और शिविरार्थियों की संख्या सीमित नहीं की जायेगी।प्रभारी मंत्री श्री शर्मा ने युवाओं से कहा कि वे अपने सुखद भविष्य के लिये लक्ष्य का चयन अभी से करें। रोजगार देने वाले युवा उद्यमी बनें और विश्व के बाजारों को भारतीय उत्पादों से भर दें।शिविर में विधायक मोहन शर्मा, प्रदेश के विश्वविद्यालयों के रासेयो के प्रशिक्षणार्थी और कार्यक्रम समन्वयक मौजूद थे।