शिवराज विधायकों से नाराज
शिवराज विधायकों से नाराज

 

पार्टी की बैठकों में अनुपस्थिति पर मंत्रियों के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधायकों की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले और संभागों में पार्टी की बैठकों में विधायक लगातार अनुपस्थित हो रहे हैं। इन बैठकों को गंभीरता से लें। मुख्यमंत्री बुधवार शाम को मुख्यमंत्री निवास में विधायक दल की बैठक को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकों को अपने क्षेत्र का आखिरी पोलिंग बूथ भी नहीं पता है। सभी एमएलए 15 दिन पोलिंग बूथों पर दें। 21 से 28 मई को पार्टी के विस्तारक अलग-अलग क्षेत्र में जाएंगे, उनके साथ पूरा सहयोग कर अपना समय भी दें। इसके अलावा 17, 18 और 19 मई को विस्तारकों का प्रशिक्षण भी होगा।

इसके अलावा बैठक में ज्यादातर ग्रामोदय अभियान और प्रधानमंत्री की अमरकंटक यात्रा को लेकर चर्चा चली। विधायकों की बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने 52 नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियों के लिए क्षेत्र के विधायकों और प्रभारी मंत्रियों के साथ अलग से बैठक की।

भाजपा ने विधायकों की सोशल मीडिया पर सक्रियता को लेकर भी एक रिपोर्ट तैयार करवाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्यादातर विधायक सोशल मीडिया का उपयोग ही नहीं कर रहे हैं। सभी लोग टि्वटर और फेसबुक पर अपडेट रहें और अपने कार्यक्रम के साथ-साथ सरकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाएं। मुख्यमंत्री ने विधायकों से पूछा कि कितने विधायकों के खुद के कार्यालय हैं, इस पर ज्यादातर विधायकों ने हामी भरी। फिर सीएम ने कहा कि जिन्होंने कार्यालय नहीं खोले हैं, वे तत्काल कार्यालय खोलें।

सीएम ने कहा कि मैंने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ टिफिन पार्टी की। आप भी अपने क्षेत्रों में लोगों के साथ टिफिन पार्टी कर उन्हें पार्टी से जोड़ें।

कुछ विधायकों ने पीएम आवास योजना में चल रही गड़बड़ी का भी जिक्र किया। विधायकों ने मांग रखी कि जिन लोगों को योजना के तहत पहली किस्त मिल गई है, उन्हें योजना से बाहर न किया जाए। इस पर सीएम ने कहा कि नई गाइडलाइन का पालन करना ही पड़ेगा। फिर भी कोई रास्ता निकाला जाएगा।