मैनपुरी में सेक्युलर मोर्चा पर चुप्पी साधते हुए सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने रविवार को बेटे अखिलेश यादव को सीधे निशाने पर रखा। कहा कि अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाकर मैंने बड़ी गलती की। उन्हें मुख्यमंत्री न बनाया जाता तो विधानसभा चुनाव में हार न होती। उन्होंने राम गोपाल का नाम लिए बिना कहा कि शिवपाल ने शकुनि बताकर सही किया।
मैनपुरी स्थित राम सिह इंटर कॉलेज परिसर में सभा में उन्होंने कहा कि जब 2012 में मैंने अपने नाम पर वोट मांगे, तो 224 सीटें मिलीं। इस बार केवल 47 ही मिल सकीं। इसमें भी 14 सीटें मेरे प्रचार के कारण जीतीं। अखिलेश के समय में कार्यकर्ताओं का बहुत अपमान हुआ। यही वजह है कि कार्यकर्ता निराश हैं। जिस दल में कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं, वो दल कभी आगे नहीं बढ़ सकता। जनसभा में हुजूम ने सेक्युलर मोर्चे का सवाल उछाला तो वह खामोश हो गए।
बोले, शिवपाल ने \"शकुनि\" बिल्कुल सही कहा है। शकुनि कौन है? ये सब जानते हैं। इन लोगों ने शिवपाल को हराने के लिए काम किया। इसकेलिए साढ़े सात करोड़ रुपये खर्च किए, फिर भी वह 52 हजार वोट से जीते। मैंने शिवपाल से कहा कि कुछ न बोलो, लेकिन जब लोग उनके पीछे पड़े हैं तो क्यों न बोलें। ऐसे लोगों ने पार्टी को हराने का काम किया है।
मुलायम ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-सपा गठबंधन पर भी नाराजगी जताई। कहा कि कांग्रेस ने मेरी जिंदगी बर्बाद करने के लिए इतने मुकदमे लगवाए। अखिलेश ने उसी कांग्रेस से हाथ मिलाकर गलत किया। कांग्रेस के राज में बाबरी मस्जिद गिरी थी। मुसलमान कभी कांग्रेस को वोट नहीं देगा। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर भी आरोप लगाए। कहा कि 15 लाख रुपये सबके खाते में भेजने की बात मोदी ने की थी। लेकिन वादा पूरा नहीं किया। वादाखिलाफी भी भ्रष्टाचार है।