जबलपुर शहर के करीब जामुनिया में मजदूरों से भरा वन विभाग का पिकअप वाहन पलटने से 11 लोगों की मौत हो गई और 15 घायल हो गए। सभी घायलों को जबलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां इलाज के बाद 11 घायलों को डिस्चार्ज कर दिया गया और 4 गंभीर घायलों का इलाज जारी है। जानकारी के मुताबिक वन विभाग ने अपनी सरकारी गाड़ी को एक तेंदूपत्ता ठेकेदार को मजदूरों को लाने के लिए दी थी।
ठेकेदार का ड्राइवर नशे की हालत में गाड़ी चला रहा था। इस दौरान नरसिंहपुर-गोटेगांव रोड पर जामुनिया के पास एक मोड पर ड्राइवर गाड़ी से अपना नियंत्रण खो बैठा और वह पुलिया की रेलिंग तोड़ते हुए सीधे नीचे जा गिरी। घटनास्थल पर ही 10 मजदूरों की मौत हो गई और एक घायल ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
ये सभी मजदूर गोंदिया से देर रात ट्रेन से जबलपुर आए थे। वन विभाग के वाहन में बैठकर तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए चरगंवा जा रहे थे। इसी दौरान रात करीब 2 बजे जामुनिया के पास यह हादसा हो गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस और एंबुलेंस मौके पर पहुंची और घायलों को तुरंत मेडिकल अस्पताल ले जाया गया। प्रशासन द्वारा सभी को आर्थिक सहायता देने की बात कही गई है। सभी मजदूर महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के डुग्गीपार इलाके के अलग-अलग गांवों के रहने वाले हैं।
मृतकों के नाम हैं बुधराम पिता लक्खू (40), चुन्नी लाल पिता दायाराम चौधरी (35), लच्छू पिता कुंवरलाल चौधरी (30), रामनाथ पिता गनपत सरोते (40), तुलाराम पिता हरिशचंद्र मोयरे (35), प्रदीप पिता माऊराव हल्वी (19),छगन पिता नीलकंठ कामड़े (30),शंकर पिता रामकृष्ण मसकोडे़ (35),गनेंद्र पिता तेजराम (35) ,टुमेश्वर पिता दयाराम मोयर (32) ,संतू पिता दामा शिंदे (53) |