कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने गुरुवार को खरगोन में कई कार्यक्रमों में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने सभी जगह कुछ अजीबोगरीब बयान दिए। शासकीय कन्या महाविद्यालय परिसर में 50 सीटर कन्या छात्रावास का भूमिपूजन समारोह में उन्होंने कहा- लालू जी कहते हैं कि बच्चे क्वांटिटी में पैदा करो। एक कोई तो क्वालिटी वाला होगा। हम कहते हैं कि क्वांटिटी नहीं, क्वालिटी वाला हो। एक बच्चा हो लेकिन शेर जैसा हो। एक ही बेटी हो लेकिन शेरनी जैसी हो। हालांकि लालू जी के बच्चे कोई विधायक, कोई मंत्री और कोई डॉक्टर बन गया। क्वांटिटी नहीं क्वालिटी पर ध्यान दो।
इस बयान में बिसेन लालू यादव के माध्यम से पौधारोपण की बात समझाना चाह रहे थे। उन्होंने कहा कि पौधे चाहे कम संख्या में हों, परंतु निर्धारित दूरी और क्वालिटी वाले हों। यही नहीं, बिसेन ने उत्कृष्ट विद्यालय में कृषि विज्ञान मेले में कहा कि किस संविधान में लिखा है कि आपातकाल लगाओ। इंदिरा जी आपातकाल के जरिए अपना कार्यकाल एक साल और बढ़ाना चाहती थीं।
कांग्रेस ने गाय-बछड़ा लेकर आम नागरिकों पर अत्याचार किए। बेवजह नसबंदी के टारगेट देकर गैरजरूरी लोगों को निशाना बनाया। दिल्ली में आज भी गाय-बछड़े हैं। यह कौन है- इशारा समझ जाओ। हालांकि उन्होंने बाद में मीडिया से कहा कि सांसद रहा हूं, लालू यादव मेरे मित्र हैं। उन्होंने राबड़ी देवी को भी शुभकामनाएं दे दी।
कृषि मंत्री ने गुरुवार को उत्कृष्ट विद्यालय मैदान में तीन दिवसीय कृषि मेला व प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा पर किसी का वश नहीं चलता। कलेक्टर, एसपी को सख्त लहजे निर्देश देते हुए कहा कि प्राकृतिक आपदा में यदि किसी किसान या श्रमिक की मौत होती है तो तीन दिन में प्रकरण तैयार कर उसके परिवार को चार लाख रुपए की आर्थिक मदद करें। उन्होंने लगभग 55 मिनट के भाषण में कई बिंदुओं पर अपनी बात रखी।
बिसेन ने कई अटपटे और विवादित अंदाज में भाषण दिया। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से कहा कि चुनाव में डेढ़ वर्ष बचा है, कब निकल जाएगा, पता नहीं चलेगा। अभी सभी योजनाओं का प्रसार करें और उनका लाभ लोगों को दिलाएं। जितने जनप्रतिनिधि साफा बांध कर बैठे हैं, उन्हें फिर चुनाव में उतरना है। उन्हें फिर कहना पड़ेगा- \'भर दे झोली ऐ मेरे मतदाता, लौट कर नहीं जाऊंगा खाली...।\' उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने जनता को दारू पीने का अवसर दिया। हमने शुरुआत में नर्मदा किनारे से शराब की दुकानें हटवा दी। रेत उत्खनन को लेकर रोक लगा दी। इसकी फीडबैक ली जा रही है।
इस मौके पर प्रभारी मंत्री, सांसद के अलावा विधायक बालकृष्ण पाटीदार, हितेंद्र सोलंकी, राजकुमार मेव, भाजपा जिलाध्यक्ष बाबूलाल महाजन, सीसीबी चेयरमेन रणजीत सिंह डंडीर, कलेक्टर अशोक वर्मा, एसपी डी. कल्याण चक्रवर्ती, कृषि उपसंचालक सीएल केवड़ा, उद्यानिकी सहायक संचालक केके गिरवाल व जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी मोनिका बघेल मौजूद थी। कार्यक्रम के दौरान सभास्थल से कई लोगों के पर्स चोरी हो गए।
बिसेन ने सम्मेलन में बताया कि कांग्रेस के दिग्गज नेता और सांसद कमलनाथ का उन्हें फोन आया। उन्होंने कांग्रेस समर्पित लोगों के व्यवहार पर माफी मांगी। छिंदवाड़ा दौरे पर कई स्थानों पर गए। वहां कई कांग्रेसियों ने ज्ञापन दिए। बिसेन का कहना था कि विपक्ष के होने के बावजूद सम्मान से उनकी बात सुनी। पांढुर्ना में सभा के दौरान उनके खिलाफ \'वापस जाओ...वापस जाओ\' के नारे लगाए।
बोले बिसेन
हमारे विभाग के कर्मचारी काम करते रहे, पटवारी सचिव हड़ताल पर गए। कई योजनाओं की जानकारी कलेक्टर नहीं बताते। यदि बताएंगे तो उनका बहुत नुकसान होगा। किसानों को स्टॉम्प पर ऋण स्वीकृत कर देना। किसी भगवान से पूछने की जरूरत नहीं।
बिसेन ने कहा सन 1952 का मेरा जन्म है। सरकारी नौकरी में होते तो रिटायर हो जाते। गाय-बछड़ा पंजा हो गया और अब गंजा जो गया। रामायण से लगाकर महिलाओं के त्याग की कोई बराबरी नहीं। गोबर से कंडे मत बनाओ। गौरीशंकर को दो या खाद बनाओ।प्रधानमंत्री सड़क योजना के तह बनी सड़कों पर विधायक नहीं दौड़ने दे डंपर, उन पर रोक लगाए। बिसेन ने कार्यक्रम में स्वयं का स्वागत नहीं कराते हुए, किसानों पर पुष्पवर्षा की।ढाई घंटे देरी से पहुंचने पर बिसेन ने किसानों से मांगी माफी, किसान जाने लगे तो खुद ने संभाला।