108 का विस्तार, सेवा में 1700 वाहन शामिल
25 टीका-रथ रवाना हुए एमपी के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में निरंतर सुधार और विस्तार के लिये तेजी से प्रयास किये जा रहे हैं। डॉ. मिश्रा ‘‘सम्पूर्ण स्वास्थ्य सबके लिये’’ योजना में संजीवनी 108 एम्बुलेंस सेवा के प्रदेशव्यापी विस्तार संबंधी प्रणाली की जानकारी आधारित मीडिया वर्कशॉप को संबोधित कर रहे थे। मंत्री डॉ. मिश्रा ने विभिन्न जिलों में भेजे जाने के लिये 25 टीका-रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। अभी ऐसे 32 टीका-रथ और तैयार हो रहे हैं।डॉ. मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में संजीवनी 108 एम्बुलेंस सेवा में अब 1700 वाहन के साथ प्रदेश के सभी 50 जिलों के प्रत्येक विकासखण्ड में 6 से 8 वाहन उपलब्ध रहेंगे। इनसे आपातकालीन सेवा के लिये रोगियों एवं गर्भवती महिलाओं और शिशुओं एवं माताओं को तत्काल परिवहन सेवा उपलब्ध हो सकेगी। डॉ. मिश्रा ने प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश जनता को स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध करवाने में देश के अग्रणी राज्यों में गिना जाने लगा है। निःशुल्क दवा वितरण हो अथवा साधारण और गंभीर बीमारियों की निःशुल्क जाँच सुविधा हो या मातृ एवं शिशु मृत्यु दरों में निरंतर गिरावट, इन सभी क्षेत्रों में प्रदेश देश में अव्वल रहा है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध करवाने के लिये 49 हजार 970 आरोग्य केन्द्र स्थापित किये गये हैं।डॉ. मिश्रा ने कहा कि माँ और बच्चों की बेहतर देखभाल के लिये भी प्रदेश सरकार ने बहुत काम किया है। जननी सुरक्षा योजना, ममता अभियान इसके उत्कृष्ट उदाहरण हैं। प्रदेश में 303 पोषण-पुनर्वास केन्द्र के माध्यम से 60 हजार कुपोषित बच्चों का इलाज कर उन्हें बेहतर पोषण उपलब्ध करवाया जा रहा है।स्वास्थ्य मंत्री ने संजीवनी 108 की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में एकीकृत रैफरल ट्रांसपोर्ट योजना के अंतर्गत अब ये वाहन एक ही कॉल-सेंटर के माध्यम से संचालित होंगे। कुल 1700 वाहन में 604 संजीवनी और 848 जननी एक्सप्रेस वाहन हैं शेष अन्य शासकीय एम्बूलेन्स वाहन हैं। इन वाहनों में प्रशिक्षित, पैरामेडिकल स्टॉफ, जीवन-रक्षक दवाएँ, ऑक्सीजन आदि उपलब्ध रहेंगे और स्वास्थ्य आपदा की स्थिति में 108 नम्बर पर फोन करने पर तत्काल वांछित स्थान पर उपस्थित होंगे।प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रवीर कृष्ण ने बताया कि सभी की पहुँच में स्वास्थ्य सेवाएँ हों, इसीलिये ‘‘सम्पूर्ण स्वास्थ्य सबके लिये’’ की परिकल्पना कर प्रदेश में तेजी से साकार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 20 लाख बच्चों को जानलेवा बीमारियों के टीके लगाये जाते हैं। टीका-रथों में टीकों की गुणवत्ता बनाये रखने के लिये उनका परिवहन प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में किया जायेगा। इसके साथ ही टीका-रथों से टीकाकरण का संदेश भी प्रचारित किया जायेगा।