राजनाथ सिंह को लगता है कश्मीर में लौटेगी शांति
rajnath singh

 

केंद्र में मोदी सरकार के तीन साल पूरे हो चुके हैं और इसके बाद सभी मंत्रालय अपने काम का लेखा जोखा पेश करने में लगे हैं। वित्त मंत्रालय के बाद शनिवार को गृह मंत्रालय ने भी इन तीन सालों में अपने काम का लेखा-जोखा पेश किया। इसे लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कश्मीर में हालात जल्द समान्य होंगे।

जम्‍मू-कश्‍मीर से आए दिन आतंवादियों से सुरक्षाबलों की मुठभेड़ की खबरें आ रही हैं। इनसे ऐसा लगता है कि पूरी घाटी में अशांति का माहौल है। लेकिन राजनाथ सिंह ने कहा, \'देश में सुरक्षा की स्थिति नियंत्रण में है। जम्‍मू-कश्‍मीर में भी सुरक्षा की स्थिति में सुधार हुआ है। 2014-2017 के बीच 368 आतंकवादियों को मार गिराया गया। सितंबर में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान से आतंकी गतिविधि में 75 फीसदी की कमी आई है। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर में पाक प्रायोजित आतंकवाद का खात्मा करेंगे और राज्य में शांति-चैन लाएंगे।\'

कश्‍मीर समस्‍या पर गृह मंत्री ने कहा कि देखिए, 1947 में से जो समस्या चली आ रही है, चुटकी बजाकर उसका समाधान नहीं किया जा सकता है। लेकिन हम इस राह पर आगे बढ़ रहे हैं। हमारी सरकार जम्मू-कश्मीर के प्रति संवेदनशील है, हमारे पीएम ने दिवाली श्रीनगर जाकर मनाई। कुछ ताकतें पाक की शह पर कश्मीर के युवाओं को गुमराह कर रही है, वे कश्मीरी युवाओं के साथ धोखा कर रहे हैं। हम कश्मीर के युवाओं के हाथों में पत्थर नहीं देखना चाहते हैं।

गृह मंत्री ने बताया कि आईएस आतंकी संगठन को भी हमने भारत में पैर नहीं पसारने दिए। उन्‍होंने बताया, \'बड़ी मुस्लिम आबादी होने के बावजूद, आइएसआइएस भारत में अपनी पकड़ स्थापित करने में असमर्थ है। आतंकवाद के खिलाफ यह हमारी बड़ी सफलता कही जा सकती है। वहीं हम अभी तक 90 से ज्‍यादा भारतीयों को आइएसआइएस के साथ जुड़ने से रोकने में सफल रहे हैं।\'

पिछले दिनों छत्‍तीसगढ़ के सुकमा में नक्‍सली हमला हुआ, जिसमें कई सुरक्षाबल के जवान शहीद हो गए। हालांकि राजनाथ सिंह का कहना है कि नक्‍सलवाद पर भी नकेल कसी जा रही है। उन्‍होंने बताया, \'एलडब्ल्यूई (वामपंथी विद्रोहियों) के कैडर के उन्मूलन में 65% वृद्धि हुई है और उनके समर्पण में 185% की वृद्धि हुई है।\'

राजनाथ सिंह प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान मीडिया के कुछ सवालों के जवाब देने से बचते नजर आए। जब गृह मंत्री से मेजर गोगाई द्वारा एक कश्‍मीर युवक को ह्यूमन शील्ड बनाने के मामले पर सवाल पूछा गया, तो उन्‍होंने कुछ भी कहने से इनकार किया। हां, राजनाथ सिंह ने इतना जरूर कहा कि हर सवाल पर जवाब हां या नहीं में नहीं दिया जा सकता है। इसके साथ ही उन्‍होंने, वरिष्‍ठ भाजपा नेता और केंन्‍द्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू के बयान से सहमति जतायी, जिसमें उन्होंने इस घटना से सहमति जतायी थी।