मध्यप्रदेश शासन ने प्रदेश के 26 आईएएस, आईपीएस समेत आधा सैकड़ा अधिकारियों को अवार्ड्स फॉर एक्सीलेंस इन ई गवर्नेंस इनिशिएटिव फार 2014-15 से सम्मानित किया है। प्रशासन अकादमी में आज इन अधिकारियों को प्रदेश के राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री उमाशंकर गुप्ता सम्मानित किया। पुरस्कार पाने वाले अफसरों में एसीएस एसआर मोहंती, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अशोक बर्णवाल, एडीजी रेल रह चुके मैथिली शरण गुप्ता, तकनीकी शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव कल्पना श्रीवास्तव, कलेक्टर उज्जैन संकेत भोंडवे, सीएलआर एमके अग्रवाल, पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के सीएमडी आकाश त्रिपाठी, सहकारिता आयुक्त कवीन्द्र कियावत समेत अन्य अधिकारी शामिल हैं। प्रशासन अकादमी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 10 श्रेणियों में 23 पुरस्कार दिए गए।
बेस्ट ई गवर्नेंस डिस्ट्रिक्ट पुरस्कार के लिए मंडला जिला प्रशासन को पहला पुरस्कार मिला है। तब कलेक्टर रहे लोकेश जाटव और उनकी टीम को सम्मान मिला है। दूसरा पुरस्कार उज्जैन कलेक्टर रहे कवीन्द्र कियावत, सीईओ रुचिका चौहान तथा डिंडोरी कलेक्टर रह चुकीं छवि भारद्वाज और उनकी टीम को दिया गया है।
साफ्टवेयर डेवलपमेंट: साफ्टवेयर डेवलपमेंट कैटेगरी में पहला पुरस्कार राज्य निर्वाचन आयोग को मिला है। इसके प्रोजेक्ट लीडर एसएएस दीपक सक्सेना और गिरीश शर्मा की टीम को सम्मान मिला है। इसी श्रेणी में पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के एमडी आकाश त्रिपाठी और उनकी टीम को दूसरा पुरस्कार दिया गया है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने इस दौरान कहा कि ये पुरस्कार दो साल पुराने हैं। ऐसे में पुरस्कार पाने और देने का मजा किरकिरा हो जाता है। विभाग यह कोशिश करे कि बाकी के दो साल के पुरस्कार एक माह के अंदर दिए जाएं। उन्होंने ई गवर्नेंस को सुशासन के लिए पारदर्शी बताते हुए इसके अधिक से अधिक उपयोग पर जोर दिया। किसान आंदोलन के बाद बने हालातों का जिक्र भी मंत्री गुप्ता ने कार्यक्रम में किया और कहा कि आज की परिस्थिति में वे यहां आना नहीं चाहते थे। प्रमुख सचिव मो. सुलेमान पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि उनके वारंट के चलते कार्यक्रम में आना पड़ा है।