पुलिस ने राहुल गांधी को नीमच में हिरासत में लिया
rahul gandhi

 

मध्यप्रदेश की सीमा में घुसने के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को नीमच पुलिस ने शांति भंग करने के आरोप में हिरासत में ले लिया। वे बाइक से मंदसौर जाने की कोशिश कर रहे थे और पुलिस को चकमा देकर 2 किमी अंदर तक आ गए थे। जेल वाहन से उन्हें विक्रम गेस्ट हाउस में बनाई गए अस्थाई जेल ले जाया गया। इनके साथ कमलनाथ, सचिन पायलट, दिग्विजय सिंह और शरद यादव को भी हिरासत में लिया है। इस दौरान राहुल की पुलिस के साथ झड़प भी हुई। उनके साथ मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस द्वारा रोके जाने का विरोध किया।

राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि मैं सिर्फ किसानों के परिवारों से मिलना चाहता था, उनकी बात सुनना चाहता था। कोई कारण नहीं दिया बस कहा कि गिरफ्तार कर रहे हैं। उन्होंने कहा मोदीजी किसानों का कर्ज नहीं माफ कर सकते, सही रेट और बोनस नहीं दे सकते, मुआवजा नहीं दे सकते, सिर्फ किसान को गोली दे सकते हैं।

इस बीच मंदसौर में मृत किसानों के परिजनों को लेकर कांग्रेस नेता विक्रम गेस्ट हाउस पहुंचे और उन्हें राहुल गांधी से मिलने की मांग करने लगे। कुछ देर बाद प्रशासन और पुलिस ने उन्हें अंदर जाने की इजाजत दे दी। जिसके बाद वे कांग्रेस उपाध्यक्ष से मिलने विक्रम गेस्ट हाउस में पहुंचे।

एसपीजी ने जेल के वाहन में राहुल गांधी को गेस्ट हाउस ले जाने पर आपत्ति ली, उनका कहना था कि राहुल की जान को खतरा हो सकता है। लेकिन पुलिस ने उनकी बात नहीं मानी। कमलनाथ ने कहा कि हम यहां राजनीति करने नहीं आए थे, केवल मृत किसानों के परिवारों से मिलना चाहते थे। लेकिन बिना बताए गिरफ्तार कर लिया। जेडीयू के शरद यादव की भी पुलिस से झड़प हो गई, उन्होंने कहा कि मैं लोकसभा में सांसद हूं, बिना कारण बताए आप लोग मुझे गिरफ्तार नहीं कर सकते।

वे पहले उदयपुर पहुंचकर कार से मंदसौर के लिए निकले थे, लेकिन रास्ते वे पुलिस को चकमा देने के लिए बाइक पर बैठकर निकल गए। बाइक कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी चला रहे थे, उनके पीछे सचिन पायलट भी बाइक पर आए। सुरक्षा के मद्देनजर मध्यप्रदेश पुलिस ने राजस्थान की सीमा से लगे सभी रास्तों को सील कर दिया। इस बीच मंदसौर गोलीकांड को लेकर सरकार ने मंदसौर कलेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह और एसपी ओपी त्रिपाठी को हटा दिया है।