भोपाल के घरों को मिलेगी पाइप लाईन से घरेलू गैस
एमपी के नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री बाबूलाल गौर ने कहा है कि भोपाल के नागरिकों को जल्द ही महानगर की तर्ज पर पाइप लाईन के जरिये घरेलू गैस मिलेगी। उन्होंने कहा कि भोपाल-मंडीदीप में इसके लिए जल्द ही योजना तैयार की जायेगी। श्री गौर आज भोपाल में उनसे मिलने आये गेल (गैस अथारिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड) के अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। इस मौके पर महापौर भोपाल श्रीमती कृष्णा गौर और भोपाल नगर निगम आयुक्त विशेष गढ़पाले भी मौजूद थे।नगरीय प्रशासन मंत्री गौर ने बताया कि योजना के लिए भोपाल नगर निगम की तरफ से हरसंभव मदद दी जायेगी। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को मदर स्टेशन बनाने के लिए उपयुक्त भूमि चयन करने के लिए भी कहा। श्री गौर ने बताया कि पाइप लाईन से मिलने वाली गैस का उपयोग घरेलू के साथ-साथ औद्योगिक एवं वाणिज्यिक संस्थानों में भी किया जायेगा। इसके उपयोग में दुर्घटना की संभावना बिलकुल नहीं है। महापौर श्रीमती कृष्णा गौर ने कहा कि एलपीजी सिलेंडर के भण्डारण एवं परिवहन में दुर्घटना की संभावनाएँ लगातार बनी रहती हैं। राजधानी की बढ़ती आबादी के कारण पाइप लाईन के जरिये घरेलू गैस एवं वाहनों के ईंर्धन के रूप में सीएनजी का उपयोग ज्यादा सुविधाजनक है। उन्होंने निगम के अधिकारियों को गेल के साथ मिलकर शीघ्र काम शुरू करने के लिए कहा।गेल के अधिकारी प्रदीप मदान ने बताया कि मध्यप्रदेश में संयुक्त उपक्रम अवंतिका गैस लिमिटेड कार्य कर रही है। मुम्बई से दिल्ली जाने वाली गैस पाइप लाईन को ब्यावरा से भोपाल की तरफ 100 किलोमीटर बढ़ाना होगा। उन्होंने बताया कि घरेलू एवं ओद्यौगिक उपयोग में आने वाली पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) का उपयोग पूरी दुनिया में सफलता से किया जा रहा है। इसके साथ ही पेट्रोल और डीजल के स्थान पर सीएनजी का उपयोग हो रहा है। अब यह नगरों एवं महानगरों के लिए आवश्यक हो गई है। सीएनजी एवं पीएनजी में मिलावट की संभावना बिलकुल नहीं होती और पर्यावरण के अनुकूल है। सीएनजी पर वाहन चलाना पेट्रोल की तुलना में 40 से 50 प्रतिशत एवं डीजल की तुलना में 20 से 30 प्रतिशत सस्ता है।गेल के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर में इसका उपयोग हो रहा है। यहाँ पर करीब 4000 घरेलू कनेक्शन पीएनजी द्वारा एवं 5000 वाहन सीएनजी द्वारा चल रहे हैं।