संत हिरदाराम सेवा का अवतार
मुख्यमंत्री चौहान

मुख्यमंत्री चौहान ने समाज-सेवियों का किया सम्मान 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संत हिरदाराम सेवा का अवतार थे। वे दुनिया में सेवा के लिये आये थे। उनका पूरा जीवन सेवा साधक का था। श्री चौहान आज संत हिरदाराम ऑडिटोरियम में समाजसेवी और वरिष्ठजन सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम संस्कार प्रबुद्ध नागरिक मंच द्वारा किया गया था। श्री चौहान ने कहा कि कार्यक्रम का नियमित आयोजन किया जाना चाहिये।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश, समाज और दूसरों के लिये जीना ही सही अर्थों में जीवन जीना है। ऐसे व्यक्तियों का सम्मान होना चाहिये, जिनका जीवन समाज की सेवा में समर्पित है। उन्होंने कहा कि भारत का वैभवशाली इतिहास है। जब दुनिया के देशों में सभ्यता और संस्कृति के चिन्ह भी नहीं थे, तब भारत में ऋचाओं की रचना हुई, विश्वविद्यालय संचालित थे। उन्होंने कहा कि सिंधु के किनारे जो सभ्यता विकसित हुई, उसी ने ऐसे महान भारत का निर्माण किया है, जो विश्व के कल्याण की कामना और उसे परिवार मानने की चेतना का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि बुराई और अच्छाई का संघर्ष शाश्वत है। अच्छी सोच और अच्छे कार्य करने वाले निरंतर प्रयास करते रहे हैं और कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ प्रवृत्तियों ने शांत मध्यप्रदेश को हिंसा की आग में झोंकने का असफल प्रयास किया। ऐसे तत्वों का कठोरता से दमन किया जायेगा। साथ ही इंसानियत और मानवता को जगाने के प्रयास भी जारी रहेंगे। उनका उपवास ऐसा ही प्रयास था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं के समाधान की कार्य-योजना तैयार है। इस कार्य-योजना में सभी की आवश्यकताएँ और विचार शामिल हो जाये, इसके लिये आगामी 15 से 25 जून के मध्य संभागायुक्त और कलेक्टर के समक्ष सुझाव दिये जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि पट्टे देने का फार्मूला भी पूरे प्रदेश के लिये तैयार है। उस पर भी समाज विचार-विमर्श कर ले। उन्होंने रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण केन्द्र सरकार के सहयोग से करवाने की जरूरत बताई।

श्री सिद्ध भाऊ जी ने सरकार द्वारा जन-कल्याण के लिये प्रखर सृजनात्मकता के साथ किये गये कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि बालिकाओं से संबंधित प्रदेश की अनेक नवाचारी योजना का अन्य राज्यों ने भी अनुकरण किया है। उन्होंने कहा कि दया, धर्म का मूल है। जिसमें दया नहीं, वह कभी भी सुखी नहीं रह सकता। उन्होंने गाय के महत्व को बताते हुए, पंचगव्य चिकित्सा की सार्थकता बताई। उन्होंने सम्मान समारोह की सराहना की और कहा कि इस से भावी पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी।

सांसद श्री आलोक संजर ने कहा कि प्रदेश में समस्याओं के समाधान के लिये जो प्रयास हुए हैं, वे अभूतपूर्व हैं। सरकार के प्रयासों की सर्वत्र सराहना हो रही है। उन्होंने कहा कि हिंसा की आग को उपवास के ठंडे जल से शांत करने के सफल प्रयास ने अन्य राज्यों के जन-प्रतिनिधियों को भी प्रभावित किया है। उनका दिग्दर्शन किया है। विधायक श्री रामेश्वर शर्मा ने स्वागत उद्बोधन में बताया कि बैरागढ़ रेलवे स्टेशन को संत हिरदाराम के नाम पर किये जाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नगरवासी उच्च विचारों को जीवित रखने के लिये समर्पित हैं।

समारोह के प्रारंभ में अतिथियों ने भारत माता और संत हिरदाराम के चित्रों के समक्ष दीप प्रज्जवलन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समाज की पत्रिका का विमोचन किया और समाजसेवियों-वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान किया। प्रारंभ में बालिकाओं द्वारा स्वागत गीत और अंत में वंदे-मातरम का गायन हुआ। अतिथियों को स्मृति-चिन्ह भी दिये गये।