सुरक्षाबलों के लगातार बढ़ते दबाव और अपने कई साथियों के मारे जाने से हताश आतंकियों ने मंगलवार को कश्मीर घाटी में चार घंटे के भीतर ताबड़तोड़ सात हमले किए। हर जगह सुरक्षाबलों को निशाना बनाकर किए गए हमलों में सीआरपीएफ के नौ और पुलिस के चार जवान घायल हो गए। इन हमलों के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने वादी में अलर्ट करते हुए सभी सुरक्षा शिविरों और थानों के अलावा जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा कड़ी कर दी है। आतंकियों को मार गिराने के लिए देर रात कई जगह एक साथ विशेष अभियान छेड़ दिया गया। इस बीच हिजबुल मुजाहिदीन ने हमलों की जिम्मेदारी लेते हुए और हमलों की धमकी भी दी है।
आतंकियों ने छह जगहों पर सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड फेंके, जबकि अनंतनाग में पूर्व जज के मकान पर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर चार राइफलें लूट लीं। इससे पहले सोमवार रात भी त्राल में आतंकियों ने सीआरपीएफ के शिविर पर ग्रेनेड दागा था, जिसमें दो जवान जख्मी हो गए थे।
दक्षिण कश्मीर के जिला पुलवामा के त्राल में आतंकियों ने लाडीयार गांव में सीआरपीएफ की 180वीं वाहिनी की एफ कंपनी के शिविर पर ग्रेनेड दागा, जिसमें नौ जवान जख्मी हो गए। घायलों को श्रीनगर स्थित सेना के बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां चार की हालत गंभीर बताई जा रही है।
आतंकियों ने पडगामपोरा (पुलवामा) में सीआरपीएफ की 130वीं वाहिनी के शिविर पर ग्रेनेड हमला किया, जिसमें कोई नुकसान नहीं हुआ।
आतंकियों ने पुलवामा पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड दागा, जो थाने की बाहरी दीवार के साथ टकराकर फटा। इस हमले में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए।
दक्षिण कश्मीर के जिला अनंतनाग के सरनल (पहलगाम) में भी आतंकियों ने सीआरपीएफ के शिविर पर ग्रेनेड हमला किया। इस हमले में कोई नुकसान नहीं हुआ।