एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को जदयू द्वारा समर्थन दिए जाने के बाद विपक्षी दलों ने लोकसभा की पूर्व स्पीकर मीरा कुमार को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। माना जा रहा है कि सत्तापक्ष के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के मुकाबले दलित व महिला उम्मीदवार खड़ा करने के पीछे विपक्षी एकता को बनाए रखना है।
इससे पहले एनडीए के उम्मीदवार कोविंद का जदयू द्वारा समर्थन किए जाने से मुश्किल बढ़ गई है। कोविंद 23 जून को अपना नामांकन भरेंगे। इससे पहले सोनिया गांधी ने गुरुवार को पहले से तय विपक्षी दलों की बैठक संसद की लाइब्रेरी में बुलाई थी, जिसमें यह फैसला लिया गया। बैठक से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी अाजाद अौर अहमद पटेल ने 10 जनपथ पहुंच कर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। साथ ही साथ मीरा कुमार ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात की थी, जिसके बाद उनको राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के कयास ने जोर पकड़ लिया था।
खबरों के अनुसार विपक्ष जिन नामों पर चर्चा कर रहा था, उनमें पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे, एमएस स्वामीनाथन के अलावा अन्य शामिल थे। इससे पहले विपक्षी दलों को बड़ा झटका देते हुए जदयू ने रामनाथ कोविंद को समर्थन देने का फैसला किया।
उनके पहले मुलायम सिंह ऐसा कर चुके हैं वहीं मायावती ने भी कोविंद के प्रति नर्म रुख दिखाया है। इसके बाद विपक्षी दलों के लिए अपने पक्ष में समर्थन जुटाना टेढ़ी खीर बनता जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा कोविंद को पूर्ण बहुमत से जिताने में लगी है और उसे इसके लिए बहुमत भी मिल चुका है।