जीएसटी के कड़े प्रावधानों के खिलाफ शुक्रवार को छत्तीसगढ़ बंद का मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है। गौरतलब है कि चेम्बर ऑफ कॉमर्स के आह्वान इस बंद का आह्वान किया गया है। शुक्रवार सुबह बड़ी तादाद में व्यापारी जय स्तंभ चौक पहुंचे और जीएसटी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
इसके अलावा बिलासपुर में सदर बाजार, गोल बाजार, लिंक रोड, प्रताप चौक सहित शहर के अधिकांश हिस्सो में बंद बेअसर दिखा। यहां अधिकांश इलाकों में दुकानें खुली हुई दिखी। बिलासपुर में कपड़ा मार्केट पूरी तरह से खुला दिखाई दिया, जब कुछ व्यापारिक संगठन यहां भी विरोध प्रदर्शन देखे गए।
ये हैं 11 सूत्रीय मांगें
जीएसटी को सरल, पारदर्शी और व्यवहारिक बनाया जाए ,ईवे बिल व्यापारी पर लागू न हो ,व्यापारी को सजा का प्रावधान न हो,महीने में 3 रिटर्न के स्थान पर एक त्रैमासिक रिटर्न हो ,विक्रेता अगर जीएसटी जमा नहीं करता है तो खरीदार की जिम्मेदारी न हो ,एक सूत्रीय सरल जीएसटी की व्यवस्था हो ,ऑनलाइन रिटर्न की बाध्यता समाप्त हो ,कपड़ा, ब्रांडेड अनाज, तिलहन, कृषि यंत्र और आवश्यक वस्तुएं जीएसटी से मुक्त हों ,मिसमैच-जीएसटी में प्रत्येक आइटम वाइज मिसमैच के मिलान का प्रावधान है, इससे परेशानियां होंगी। इस प्रावधान को हटाना चाहिए ,जीएसटी एडवांस पेमेंट का नियम नहीं होना चाहिए , रिवर्स चार्जेस नहीं होना चाहिए।
स्कूल-कॉलेज, अस्पताल नहीं रह बंद
स्कूल-कॉलेज, अस्पताल, खुदरा दवा दुकानों में बड़े अस्पतालों के मेडिकल स्टोर्स, कच्ची सामग्री जैसे सब्जी, दूध आदि को बंद से मुक्त रखा गया है। जबकि थोक दवा बाजार पूरी तरह से बंद रहा ।