असम में बाढ़ से स्थिति और भयावह हो गई है। राज्य के 24 जिले बाढ़ की चपेट में है। अभी तक 44 लोगों की जान जा चुकी है। करीब 17.2 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ का असर इंसानों के साथ-साथ जानवरों पर पड़ रहा है। गैंडों के लिए मशहूर काजीरंगा नैशनल पार्क आधा डूब चुका है। पार्क के जानवरों को बाढ़ से बचाने की कोशिश जारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर के विभिन्न हिस्से में बाढ़ की स्थिति पर पीड़ा का इजहार किया है। उन्होंने इससे निपटने के लिए केंद्र से सभी तरह की सहायता देने का वादा किया है। साथ ही गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू से बचाव एवं राहत कार्यों के पर्यवेक्षण और सभी जरूरी मदद उपलब्ध कराने को कहा है।
प्रधानमंत्री ने बाढ़ की स्थिति को लेकर अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से बातचीत की है। इसके अलावा उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये राज्यों के शीर्ष अधिकारियों के साथ हर महीने होने वाली \'प्रगति\' बैठक में भी पूर्वाेत्तर बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, \'पूर्वोत्तर के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ प्रभावित लोगों की पीड़ा को साझा करता हूं।
असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने बुधवार को बाढ़ग्रस्त माजुली जिले का दौरा किया और राहत शिविरों का जायजा लिया। भीषण बाढ़ के चलते 1,760 हेक्टेयर की फसल बर्बाद हो गई है और सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं। सोनोवाल ने काजीरंगा अभयारण्य का भी दौरा किया और अधिकारियों को पशुओं पर नजर रखने का निर्देश दिया, ताकि वे शिकारियों का निशाना न बनें। उन्होंने कहा कि नगांव, गोलाघाट, कार्बी आंगलोंग, सोनितपुर जिलों का प्रशासन बाढ़ के हालात के बारे में रोज वन मंत्री को रिपोर्ट करेगा और पशुओं की सुरक्षा के उपाय करेगा।
पूर्वोत्तर के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव अभियानों का आकलन करने के लिए केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय केंद्रीय दल जाएगा। इस घड़ी में पूरा देश पूर्वोत्तर के लोगों के साथ है। रिजिजू के नेतृत्व में उच्चस्तरीय केंद्रीय दल राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लेने के लिए गुरुवार से तीन दिनों तक असम, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर का दौरा करेगा। दल में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अथारिटी, नीति आयोग और एनडीआरएफ के सदस्य शामिल हैं।